तापमान में गिरावट के कारण स्ट्रोक व हार्टअटैक की रहती संभावना

बक्सर ।। जिले में फिलवक्त तापमान में गिरावट जारी है। शहरी की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में लोगों को कोहरे व शीतलहरी से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बुजुर्ग लोगों की सेहत के प्रति अधिक सर्तक रहना चाहिए। ठंड में तापमान की गिरावट से बुजुर्गों में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की संभावना होती है। प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने के कारण अस्थमा पीड़ित वृद्ध लोगों को सांस की समस्या होने लगती है। ऐसे समय में उन्हें बहुत अधिक सुरक्षित रहने की जरूरत होती है।

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, ठंड बढ़ने के कारण रक्तचाप बढ़ता है। रक्तचाप बढ़ने से हृदयघात व स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। बीपी व दिल के रोग वाले बुजुर्गों को खुद रक्तचाप को नियंत्रित रखने की हरसंभव कोशिश रखनी चाहिए। बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर ठंड का सीधा असर पड़ता है। इसलिए उन्हें  खानपान का भी ध्यान रखना है। 

एंटीआक्सीडेंट रक्त परिसंचरण में मददगार :

डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, सर्दी के मौसम में बहुत अधिक तेल मसाले वाले खाने की जगह हल्का व पौष्टिक खाना लेना चाहिए। हरी सब्जी, दाल व रोटी का अधिक इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आहार में विटामिन सी वाले फल, अखरोट, तुलसी और हल्दी दूध भी शामिल करें। सब्जियों में एंटीआक्सीडेंट रक्त परिसंचरण में मददगार होते हैं। समय समय पर चिकन व अंडा को भी खाना में शामिल करें। घर के सदस्य उनके खाने पीने में हरी सब्जी या चिकन आदि के  साथ सूप समय समय पर दें। ठंड में बुजुर्गों को जोड़ों का दर्द बहुत परेशान करता है। उन्हें ग्रीन टी या अदरक की चाय दें। यह कोलेस्ट्रॉल कम करता और हड्डियों को क्रियाशील बनाये रखता है।

गुनगुना पानी पीयें और शरीर को हाइड्रेटेट रखें : 

सर्दी के मौसम में बुजुर्गों के लिए आवश्यक दवाइयों का इंतजाम घर पर कर लें। शरीर के तापमान को नियंत्रण में रखने के लिए गुनगुना पानी पीयें और शरीर को हाइड्रेटेट रखें। इससे शरीर और त्वचा भी सेहतमंद रहती है। घर में भी गर्म कपड़े का इस्तेमाल करें। बहुत अधिक सवेरे घर से बाहर निकलने से परहेज करें। घर में सामान्य शारीरिक गतिविधि की मदद से ब्लड सर्कुलेशन व ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाना जरूरी है। ऐसे में शरीर से पसीना निकलता है जो शरीर से जहरीले  पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है। घर में हल्के व्यायाम और योग को दैनिक दिनचर्या में शामिल करें।

मौसमजनित बीमारी से रहें दूर :

ठंड से बचाव के लिए सबसे आसान और बेहतर उपाय गर्म कपड़ा है। इसलिए, गर्म कपड़े का उपयोग करें। घर से निकलने वक्त अगर तेज धूप रहे तो ऐसी स्थिति में गर्म कपड़ा साथ लेकर घर से निकलें। ताकि लौटने वक्त देर हो जाए तो ठंड प्रभावित नहीं कर सके। साथ ही, ठंड में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए गर्म व ताजा खाना का सेवन करें। सुबह गुनगुना पानी पीएं। इससे शरीर का तापमान बढ़ेगा और आंतरिक अंग सही तरीके से कार्य करेगा। चाय में अदरक, दूध में हल्दी और गुड़ का भी भरपूर सेवन करें। यह न सिर्फ आपको ठंड से बचाव करेगा बल्कि अन्य बीमारियों से भी दूर रखेगा।

रिपोर्टर

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