पंचायत स्तर पर पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये शिविर का किया जा रहा आयोजन : सीडीपीओ
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- Apr 01, 2022
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- कोइलवर में आयोजित पोषण शिविर में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लाभुकों को दिया गया संदेश
- बच्चों की वृद्धि निगरानी के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं व किशोरियों को एनीमिया प्रबंधन की दी गई जानकारी
आरा।। पोषण पखवाड़ा के तहत जिले में चार अप्रैल तक सभी परियोजनाओं के आंगनबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस क्रम में बीते दिन कोइलवर स्थित सुरौंधा कॉलोनी कोड संख्या 134 में पोषण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें पोषण के प्रति जागरूक करते हुये लाभुकों को एनीमिया, वृद्धि निगरानी, रंगोली, पोषण मेला आदि गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सीडीपो कुमारी ममता व राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला समन्वयक पियुष पराग यादव ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर सीडीपीओ कुमारी ममता ने कहा कि कुपोषण मुक्त समाज निर्माण के लिए सबकी सहभागिता आवश्यक है। आयोजित कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आम लोगों में नवजात बच्चों और धातृ महिलाओं के पोषण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। ताकि, लोग कुपोषण के प्रति जागरूक हो सके। इस दौरान डीपीए मो. नेकी आलम, बीसी चंदन कुमार, बीपीए राहुल कुमार सिंह, पर्यवेक्षिका अंशु कुमारी, रक्षा गुप्ता, विजया श्रीवास्तव, विभा कुमारी, सेविका कुमारी मधु, सहायिका तेजस्वरी कुंवर तथा अन्य सेविकाएं विभा कुमारी, कमला देवी, बिंदु देवी, कमलेश देवी, पुष्पा देवी, किरण देवी व सुनीता देवी मौजूद रहीं।
बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए उन्हें पोषण तत्व देना :
जिला समन्वयक पियुष पराग यादव ने कहा, सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आईसीडीएस विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने गर्भवती माताओं एवं किशोरियों को भी पोषक आहार लेने की सलाह देते हुए स्वच्छता पर विशेष ख्याल रखने की नसीहत दी। उन्होंने कमजोर तथा कम वजन वाले बच्चों को विशेष वर्ग में रखते उनकी माताओं को पोषण आहार के बारे में बताया। साथ ही बच्चों की उचित देखरेख करने साफ-सफाई के लिए भी जागरूक किया गया। माताओं को बताया गया कि कम खर्च में पोषक आहार कैसे बनाया जा सकता है। कहा कि कमजोर तथा कम वजन वाले बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। माताओं को यह ध्यान रखना चाहिए थे कि बच्चों को ऐसा पोषक आहार दें, जिससे वह हमेशा स्वस्थ रह सकें। वहीं, बच्चोंथ को किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए।
बच्चों के वृद्धि की समुचित निगरानी अनिवार्य :
पियुष पराग यादव ने गताया, पोषण पखवाड़ा के तहत विभिन्न स्तरों पर जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। अभियान के पहले चरण में आंगनबाड़ी केंद्रों पर उम्र के हिसाब से बच्चों की वृद्धि की समुचित निगरानी की जा रही है। जो उनके शरीरिक व मानसिक विकास के लिये अनिवार्य है। बच्चों का वजन, लंबाई की माप करते हुए इसे पोषण ट्रैकर एप पर अपलोड किया जा रहा है। इसी तरह विभिन्न स्तरों पर बैठक व गोष्ठी आयोजित कर एनीमिया से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक किया जाना है। सेविकाओं के जरिये स्थानीय महिलाओं को भी बेहतर पोषाहार के उपयोग के लिये प्रेरित किया जा रहा है। ताकि गर्भवती व धात्री महिलाओं के साथ-साथ कम उम्र के बच्चों में पोषण की स्थिति में सुधार लाया जा सके।
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