पत्रकार उत्पीड़न व फर्जी जेल भेजने के खिलाफ पत्रकार एकता संघ ने सौपा ज्ञापन

पत्रकार एकता संघ ने पत्रकारों के साथ हों रहे उत्पीङन व पत्रकारों को फर्जी जेल भेजने के आरोप में पत्रकारों ने दिया मुख्यमंत्री से संदर्भित जौनपुर जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन


जौनपुर ।। पत्रकार एकता संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में जिला कमेटी जौनपुर ने पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर जिलाधिकारी जौनपुर के द्वारा मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन और पत्रकार एकता संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न बर्दाश्त नही किया जाएगा ।

गौरतलब है कि बलिया जिला प्रशासन द्वारा पत्रकारों को फर्जी मुकदमों में फंसाने के चलते जौनपुर के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से संदर्भित  जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर पत्रकारों ने मांग किया कि बलिया जिले के पत्रकार अपने सूत्रों से खबर एकत्रित कर शिक्षा माफियाओं एवं अधिकारियों का भंडाफोड़ कर रहे थे जिसमें अपनी काली करतूतों को देख जिला प्रशासन ने शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई ना करके उल्टा पत्रकारों को जेल भेज दिया जो पत्रकारिता की स्वतंत्रता का हनन है तथा पत्रकारों को डराने धमकाने का प्रयास है । यह  सब पत्रकार साथी कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।  संघ ने मांग किया है कि अतिशीघ्र पत्रकारों के ऊपर लगे फर्जी मुकदमे वापस लिया जाए तथा बिना शर्त उन्हें जेल से रिहा किया जाए तथा पत्रकारों को फर्जी मुकदमे में फंसाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाए ।

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए गंभीर रूप से सरकार विचार करे अन्यथा पूरे प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के पत्रकार सड़कों पर उतरने के लिए विवश होंगे।  उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सबसे दयनीय स्थिति पत्रकारों की है । उन्होंने पत्रकारों की दीन हीन दशा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज पत्रकारों का उत्पीड़न हो और सरकार मौन रहे तो उत्पीड़न करने में सरकार की सबसे अहम भूमिका मानी जाएगी। सरकार पत्रकारों के साथ हमेशा उदासीन रवैया अपनाती रही है और उन्हें केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस्तेमाल करके आग में झोंकने का काम कर रही है ।

सरकार ने मीडिया को केवल कथित रूप से चतुर्थ स्तंभ का दर्जा दिया है लेकिन अब चतुर्थ स्तंभ की झूठी उपाधि लेकर के पत्रकारों को ढोने की जरूरत नहीं है बल्कि सूझबूझ से काम करना है । उन्होंने बताया कि पत्रकार अपनी जान और परिवार के हितों की परवाह न करते हुए तमाम गुंडे और माफियाओं के मामले को उजागर करता है।  भ्रष्टाचार को उजागर करके शासन प्रशासन को सच का आइना दिखाता है जिससे उनकी जान को खतरा बना हुआ है।

प्रदेश उपाध्यक्ष ने सभी पत्रकारों को आगाह करते हुए कहा कि सरकार के ललकारने पर हमें आग में नहीं कूदना है। बच बचाकर अपने परिवार और समाज के हितों को भी ध्यान में रखते हुए पत्रकारिता करनी है क्योंकि अगर आपके साथ कोई अप्रिय घटना घट जाएगी तो आपके साथ ना सरकार खड़ी होगी और ना ही प्रशासन । आपके परिवार के लोग बिखर जाएंगे।  उन्होंने कहा कि सरकार केवल पत्रकारों से निष्पक्ष और पारदर्शी तथा सच्ची पत्रकारिता करने की उम्मीद रखती है लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए संवेदनहीन रवैया अपना रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । उन्होंने सरकार को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे पर विचार करें अन्यथा सभी पत्रकार  हर सरकारी कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे । पत्रकार एकता संघ के समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे। वाराणसी मंडल अध्यक्ष विशाल सेठ, वाराणसी मंडल उपाध्यक्ष वीरेंद्र यादव,  तहसील अध्यक्ष मड़ियाहूं सतीश कुमार चौहान, जिला उपाध्यक्ष विनय कुमार, जिला मीडिया प्रभारी मोहम्मद शाहिद अली, जिला सचिव अशरफ अली, प्रकाश चौहान, सुशील कुमार भारती, साहब लाल चौहान, शैलेश कुमार समस्त पदाधिकारीगण एवं सदस्य उपस्थित रहे ‌।

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