कुपोषण को जड़ से मिटाने के लिए सही पोषण के साथ स्वच्छ रहना बेहद जरूरी : सीएचओ

• स्वच्छता पखवाड़ा को लेकर सदर प्रखंड के पांडेय पट्टी गांव में निकली गई जागरूकता रैली

• गांव की महिलाओं व बच्चों को बताया गया हाथ धोने का सही तरीका

बक्सर ।। जिले के सभी प्रखंडों में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। स्वच्छता पखवाड़ा के तहत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में भी गतिविधियां आयोजित कराई जा रही हैं। इस क्रम में सदर प्रखंड स्थित पांडेयपट्टी के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में जागरूकता रैली, सफाई अभियान व हैंडवाश जागरूकता का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम बीएचएम प्रिंस कुमार सिंह व सीएचओ स्वेता कुमारी के नेतृत्व में जागरूकता रैली का आयोजन कराया गया। जिसमें आशा कार्यकर्ताओं, लाभार्थी महिलाएं, बच्चे व गांव के ग्रामीणों ने हाथों में बैनर व पोस्टर लेकर नारे लगाए। उन्होंने गांव के लोगों से स्वच्छता को अपनाने और बीमारियों को दूर भगाने के लिए सरकार के अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की। रैली में आशा फैसिलिटेटर अर्चना श्रीवास्तव, आशा कार्यकर्ता नीतू देवी, शकुंतला देवी, उर्मिला देवी, मंजु देवी, मालती देवी व अन्य शामिल रहें।

स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छ रहना जरूरी :

सीएचओ स्वेता कुमारी ने गांव की महिलाओं, किशोरियों व बच्चों को हाथ धोने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि एक बच्चे का हाथ धुलाने में कम से कम 15 सेकेंड का समय लगता है। स्वस्थ रहने के लिए सफाई बहुत जरूरी है और सफाई रखना हर व्यक्ति का दायित्व है। उन्होंने बताया, बच्चों में कृमि की बीमारी गंदगी के कारण ही अधिक होती है। कई मामलों में यह भी देखा गया है कि कृमि के कारण भी बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं। वहीं, गंदे हाथों से खाना खाने की आदत के कारण बच्चे अक्सर बीमार पड़ते हैं। जिसके निजात के लिए हाथ धोने की आदत बच्चों को छोटी उम्र में ही डालनी चाहिए। इसलिए कुपोषण को जड़ से मिटाने के लिए सही पोषण के साथ स्वच्छ रहना भी बेहद जरूरी है।

खाना खाने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं :

बीएचएम प्रिंस कुमार सिंह ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे बिमारियों से बचाव के लिए अपने घरों व आसपास के क्षेत्र को साफ रखें। खाना खाने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं। साथ ही, किसी बीमार व्‍यक्ति की देखभाल करते समय भी बार-बार हाथ धोते रहें। इसके अलावा शौचालय का उपयोग करने के बाद, डायपर बदलने या शौचालय का उपयोग करने वाले बच्चे को साफ करने के बाद, नाक साफ करने के बाद, खांसने या छींकने के बाद, किसी जानवर या पशु अपशिष्ट को छूने के बाद हाथ जरूर धोने चाहिए। उन्होंने बताया, कोरोनाकाल में भी स्वास्थ्य विभाग व अन्य सरकारी तंत्र द्वारा हाथों की नियमित सफाई और सैनिटाइजर का प्रयोग करने पर बल दिया जाता रहा। जिसके बाद लोगों में इसकी आदत बनी। लेकिन, कोरोना की लहर शांत होने के बाद ये आदत भी छूट गई। जिसको फिर से लोगों को अपने दिनचर्या में शामिल करना होगा। तभी हम स्वस्थ रह सकते हैं।

रिपोर्टर

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