लोगों को मंकी पॉक्स के लक्षणों की पहचान के साथ जानकारी भी जरूरी : एसीएमओ

- स्वास्थ्य विभाग ने की लोगों से अपील - मंकी पॉक्स को लेकर फैली भ्रांतियां व अफवाहों पर भरोसा न करें

- संक्रमित होने के छह से 13 दिनों के बीच मरीज में दिखने लगते हैं इस बीमारी के लक्षण

बक्सर ।। कोरोना वायरस के प्रसार के बाद कई गंभीर बीमारियों ने दस्तक दे दी है। इन बीमारियों के प्रभाव और लक्षणों के संबंध में सुनकर ही लोगों के पसीने छुट जाते हैं। ऐसी ही एक बीमारी मंकी पॉक्स भी है। जिसने इन दिनों लोगों को चिंतित कर रखा है। हालांकि, इस बीमारी का प्रसार जिले में अभी नहीं हुआ है। लेकिन, राज्य में इसके संदिग्ध मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मंकी पॉक्स के संबंध में जागरूक करने का निर्णय लिया है। जिसका फायदा यह होगा कि यदि जिले में इस बीमारी से ग्रसित मरीज मिल भी जाएं, तो वह लक्षणों की तुरंत पहचान कर चिकित्सकों से संपर्क कर अपना इलाज शुरू करा सकें। 

लक्षणों की पहचान के साथ जानकारी भी जरूरी :

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, फिलवक्त जिले में मंकी पॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है। जिसके कारण चिंता की बात नहीं है। हमें अपनी ओर से एहतियात बरतना होगा। साथ ही, लोगों को इसके लक्षणों की पहचान और जानकारी भी जरूरी है। ताकि, समुदाय में इसकी जानकारी पहुंचा सकें। जिससे समय रहते इसके मरीजों का इलाज किया जा सके। हालांकि, लोगों को इस बीमारी को लेकर फैली भ्रांतियां और अफवाहों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। यह बस एक प्रकार का संक्रमण है, जिसका इलाज पूरी तरह से संभव है। इसलिए लोग चिंतित न रहें। 

मरीज को ठीक होने में लगभग 14 से 21 दिन लग सकते हैं :

मंकीपॉक्स एक संक्रामक रोग है, जो स्मॉल पॉक्स के समान ही है। जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। संक्रमण के छह से 13 दिनों के बीच में इस रोग के लक्षण दिखने लगते हैं। संक्रमित होने के बाद मरीज को बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में जकड़न, अत्यधिक कमजोरी होती है। बुखार के साथ त्वचा पर रैशेज, फोड़े आदि होने लगते हैं। जिसकी शुरुआत चेहरे से होती है। जिसके बाद यह शरीर के अन्य हिस्सों की त्वचा पर फैल जाती है। रैशेज होने पर इसमें खुजली हो सकती और अंत में यह फफोला बनने के बाद सूख कर पपड़ी जैसा हो जाता है। इस बीमारी में मरीज को ठीक होने में लगभग 14 से 21 दिन लग सकते हैं। साथ ही, कोरोना की तरह इस बीमारी में भी संक्रमण को दूर रखने के लिए सतर्कता और सावधानी का पालन करना पड़गा।

मंकी पॉक्स को लेकर विभाग अलर्ट :

सभी संभावनाओं के मद्देनजर बक्सर जिले में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। मंकी पॉक्स के संक्रमण को देखते हुए जिले में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में हैं। यदि इस बीमारी की पुष्टि मरीज में होती है, तो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी)  के पालन करते हुए मरीज का इलाज किया जाएगा। साथ ही, लोगों को साफ-सफाई बरतने और सतर्क रहने की आवश्यकता है। ताकि, जिले में इस बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। - डॉ. जितेंद्र नाथ, सिविल सर्जन, बक्सर

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