स्वामी विवेकानंद शिक्षण संस्थान हाँसापुर में गांधीजी व शास्त्री जी के योगदान को किया गया याद

कादीपुर ।। भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जी तथा देश के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी व्यक्ति नहीं बल्कि एक ऐसी महान विचारधारा थे  जिससे देश को आजादी मिली। उपरोक्त महापुरुषों की ऐसी आमूलचल परिवर्तन करने वाली विचारधाराओं से देश के नागरिकों के मन मस्तिष्क में आजादी के प्रति वैचारिक क्रांति की ज्वाला भड़क उठी जिसके परिणाम स्वरूप अंग्रेजों को देश छोड़ने पर बाध्य होना पड़ा और हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई । उक्त बातें तहसील क्षेत्र के स्वामी विवेकानंद शिक्षण संस्थान  हाँसापुर के प्रबंधक रमाशंकर पांडेय ने महात्मा गांधी की जयंती व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर  उनके चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहीं। विद्यालय परिसर में ध्वजारोहण करते हुए उन्होंने राष्ट्रपिता के द्वारा देश को उन्नति के पथ पर अग्रसर करने के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया । प्रबंधक ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया  कि यदि हम बापू जी के रामराज्य तथा शास्त्री जी के किसानों की खुशहाली वाले भारत का निर्माण करना चाहते हैं तो हमें उनके आदर्शों को अपनाना होगा।  उन्होंने शास्त्री जी को सादगी का प्रतिमूर्ति बताया।अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य और अहिंसा रूपी अमोघ हथियार से आजादी दिलाने वाले गांधीजी आज भी एक विचारधारा के रूप में हर भारतीय नागरिक के हृदय में विराजमान हैं।एक सदी पहले गांधीजी ने स्वदेशी को अपने आह्वान और आत्मनिर्भरता पर जोर देकर लाखों लोगों को प्रेरित किया था। मौके पर राम कुमार पांडेय, प्रधानाध्यापक  गजराज यादव, देवी सिंह, राजाराम यादव, मानधारी, सुनीता, डाली आदि  शिक्षक गण  मौजूद रहे।

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