स्वयं घोषित पत्रकार बनाम नाला सफाई अभियान !

भिवंडी। भिवंडी निजामपुरा शहर महानगर पालिका द्वारा मानसून के पूर्व ठेकेदार मार्फ़त नाला सफाई अभियान शुरू किया है। इसके लिए बकायदे टेंडर निकाला गया और शहर की दो नामचीन कंपनियां नाला सफाई का ठेका लिया। पालिका अधिकारियों की देखरेख में नाला सफाई कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है।जिसका लगभग 80 प्रतिशत काम भी पूरा कर लिया गया है। इसके लिए भारी भरकम मशीनरी, जेसीबी व पोकलन के साथ लगभग प्रतिदिन 150 मजदूर नाले व नालियां में उतर कर सफाई कामों को अंजाम दे रहे है। परन्तु शहर के बेलगाम हुए कुछ स्वयं घोषित यूट्यूबर पत्रकार मोबाइल फोन से न्युज जैसी विडियो की शक्ल देकर सोशल मीडिया के माध्यम से नाला सफाई नहीं होने का विडियो बनाकर वायरल किया जा रहा है। हालांकि ऐसे यूट्यूबर शहर में इसके पूर्व भी कई बार अफवाह फैला चुके है। जिसके कारण भिवंडी के सहायक पुलिस आयुक्त को इनके खिलाफ एक्शन लेना पड़ा था। इसके बावजूद इनकी संख्या बढ़ती गई और अफवाह फैलाने के नाम पर एक संगठन बना लिया। जिसका बकायदे मुखिया भी चुना गया। होटल में चाय पार्टी हुई। शहर में लगभग दो दर्जन से ज्यादा यूट्यूबर टीवी न्युज जैसे माइक - बूम बनाकर मोबाइल से सड़कों पर विडियो शूट करते हुए दिखाई पड़ते है। यही नहीं ऐसे लोग बकायदे अपने नाम का प्रेस आई डी कार्ड भी बना लिया है और अपने ही फोटो को स्वयं प्रमाणित कर पत्रकार होने का हस्ताक्षर कर प्रमाणित भी कर लिया है। हालांकि ऐसे लोगों का प्रेस व मीडिया से दूर तक नाता नहीं होता है। किन्तु राजनितिक, सामाजिक व प्रशासनिक कार्यक्रमों में सबसे आगे की पंक्ति में बैठे दिखाई पड़ते है।

एक अधिकारी ने नाम ना छपाने के शर्त पर बताया कि कुछ ऐसे यूट्यूबर पत्रकार ठेकेदार से उगाही करने के चक्कर में नालों से निकले कचरे, बराबर सफाई ना होने आदि प्रकार के  फर्जी विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे है। ऐसे लोग न्युज जैसा विडियो बनाते है उसमें टीवी न्युज और ब्रेकिंग न्यूज जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते है ऐसा लगता है सही में किसी बड़े न्यूज चैनल का शाट विडियो है। ऐसे विडियो वायरल कर रहे है। यही नहीं इनका काम नहीं होते देख बकायदे पालिका आयुक्त कार्यालय सहित प्रभाग कार्यालयों में सामाजिक व सोशल कार्यकर्ता बनकर लिखित रूप से शिकायत पत्र भी जमा किया जाता है। इसके बावजूद इनका काम नहीं बना तो अधिकारियों को फोन कर पोल खोल देने की धमकी देकर ठेकेदार को मिलने के लिए कहा जाता है। इसके बावजूद इनका काम नहीं हुआ तो बकायदे नाले में उतर कर स्वयं सफाई करने लगते है और विडियो बनाकर सफाई नहीं होने का दावा भी किया जाता है। ऐसे लोगों पर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो अति संवेदनशील शहर में आगे कोई भी अप्रिय घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। 

रिपोर्टर

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