भूमि कब्जा करने की नियत से ईसाई धर्मावलंबियों ने तोड़ा हनुमान एवं भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा


जिला संवाददाता कुमार चन्द्र भुषण तिवारी की रिपोर्ट


कैमूर ।। जिला के नुआंव प्रखंड अंतर्गत कुछीला थाना क्षेत्र के मुखराव गांव स्थित आनाबाद सर्वासाधारण तालाब की भूमि कब्जा करने की नियत से ईसाई धर्मावलंबियों (भीम आर्मी) के द्वारा तोड़ा गया भगवान श्री हनुमान एवं भगवान श्री विश्वकर्मा की प्रतिमा, दो पक्षों में हुआ तनाव प्रशासनिक कार्यवाही से स्थिति को किया गया नियंत्रित।आपको बताते चलें कि जन जीवन हरियाली बिहार सरकार द्वारा जारी सप्त निश्चय योजनाओं में प्रमुख हैं। जिसके तहत सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए अंचल पदाधिकारी नुआंव के देखरेख में तालाब खुदाई का कार्य प्रारंभ किया गया। जिसका की ईसाई धर्मावलंबियों (भीम आर्मी) के द्वारा विरोध किया जाने लगा उनके द्वारा कहा जाने लगा कि इस भूमि पर हम लोग अपना निजी कार्यक्रम करेंगे, यहां हम लोग तालाब खुदाई नहीं होने देंगे। उपरांत ईसाई धर्मावलंबियों द्वारा भूमि को कब्जा करने की नियत से भीमराव का बोर्ड पर फोटो बनवा कर बीच तालाब में लगा दिया गया। व तालाब खुदाई कार्य का विरोध किया जाने लगा। ग्रामीणों का कहना था कि सरकार की योजना है और इसे सहयोग देकर पूरा कराया जाना चाहिए, तालाब होने से अनेकों फायदा है। जिससे आक्रोशित ईसाई धर्मावलंबियों (भीम आर्मी) के द्वारा तालाब के पास स्थित भगवान हनुमान एवं भगवान विश्वकर्मा के मंदिर पर दल बल के साथ आक्रमण कर दिया गया व मूर्तियों को क्षत-विक्षत कर दिया गया। घटना से आक्रोशित सनातन धर्मावलंबियों के द्वारा विरोध किया गया, जिससे कि भारी तनाव व्याप्त हो गया। जिसके बाद भीम आर्मी के सदस्यों द्वारा ईंट पत्थरों के साथ ही हवाई फायरिंग भी किया जाने लगा। जवाब में दूसरे पक्ष की ओर से भी कार्यवाही किया गया जिसमें के दर्जनों लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद जिला पदाधिकारी सावन कुमार व जिला पुलिस पदाधिकारी ललित मोहन शर्मा द्वारा दल बल के साथ स्थल पर पहुंचकर कार्यवाही करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया गया। पर अफसोस भीम आर्मी के द्वारा पदधिकारियों की उपस्थिति में भीम आर्मी जिंदाबाद व सनातन धर्म के देवी-देवताओं के नाम पर आपत्तिजनक नारा लगाते हुए मार्च किया गया। जिसके बाद प्रशासन द्वारा स्थिति को हाथ से निकलते देख फ्लैग मार्च किया गया। स्थिति को नियंत्रित रखने हेतु प्रशासनिक अधिकारी व कर्मी स्थल पर मौजूद हैं। संदर्भ में जानकारी मिलने के उपरांत परशुराम सेना के बिहार प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार तिवारी के द्वारा संगठन के सैकड़ों सदस्यों के साथ स्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया गया व संवैधानिक प्रक्रिया के तहत हर संभव सहयोग हेतु सनातन धर्मावलंबियों को आश्वस्त किया गया। प्रशासन द्वारा अभी तक दोनों पक्षों पर कार्यवाही करते हुए लगभग दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ग्राम वासियों की माने तो ग्रामवासी प्रशासन से असंतुष्ट हैं, कहना है कि इस मामलेे में जिनका कोई लेना-देना नहीं भी रात को घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। यह बहुत ही सोचनीय विषय है कि जो लोग भीमराव के नाम पर संगठन बनाकर संविधान की रक्षा की बात करते हैं, उन्हीं के द्वारा अक्सर देश के कानूनों की धज्जियां उड़ाते मनमानी करने की कोशिश किया जाता है। यह कैसे भीम के अनुयायि हैं जोकि एक तरफ तो कहते हैं कि संविधान के निर्माता भीमराव है, और खुद ही संविधान का मजाक उड़ाते हैं। ऐसे भी इस संगठन का कार्य दलित वर्ग का उत्थान नहीं किसी समाज की सेवा नहीं बल्कि समाज को तोड़फोड़ कर लूट खसोट मचाना, व दलित वर्ग को भ्रमित कर धर्म परिवर्तन कराना है।

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