डॉ. रमाकांत क्षितिज की " बायपास ज़िन्दगी का " पुस्तक का हुआ विमोचन

अमेठी ।। डॉ. रमाकांत क्षितिज की पुस्तक ' बायपास ज़िन्दगी का ' संस्मरण का विमोचन पंडित श्रीभगवान तिवारी के स्मारक " प्रेरणा स्थल " पूरे हरिराम तिवारी का पुरवा, हारीपुर, अमेठी में संत श्री अप्रमेय प्रप्ननाचार्य के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ । मुंबई हिन्दी अकादमी ने इस पुस्तक को प्रकाशित किया है.उल्लेखनीय है कि डॉ. रमाकांत क्षितिज के हार्ट की बायपास सर्जरी पिछले दिनों हुई थी । उससे जुड़े संस्मरण और कई अन्य संस्मरण इस पुस्तक में शामिल है. इसके पूर्व में भी डॉ. रमाकांत क्षितिज की कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । पूरे हरिराम तिवारी हारीपुर,अमेठी के मूल निवासी डॉ. रमाकांत क्षितिज को उनके कहानी संग्रह ' जीवन संघर्ष ' के लिए मुंशी प्रेमचंद महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी का पुरस्कार मिल चुका है । इस अवसर पर बोलते हुये डॉ. रमाकांत क्षितिज ने कहा कि इस पुस्तक में उनके कई संस्मरण है. इन संस्मरणों को जो भी पढ़ेगा उसे अपना ही संस्मरण लगेगा । अध्यात्म के अनुभवों से जुड़े भी कई संस्मरण इस पुस्तक की गरिमा को बढ़ाते हैं । संत श्री अप्रमेय प्रप्ननाचार्य ने इस अवसर पर कहा कि छोटे से गांव में अपने पिता की याद में बने स्मारक के प्रांगण में विमोचन का चयन अभिनंदनीय कार्य है । इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी. कार्यक्रम में संत श्री के हाथों पहले स्मारक का उद्घाटन किया गया उसके बाद विमोचन किया गया । ग्रामीण वातावरण में ' प्रेरणा स्थल ' स्मारक के प्रागण में इस विमोचन समारोह में भानुमति तिवारी, संगीता तिवारी, श्रीकांत तिवारी,विनय पाण्डेय, विनोद पाण्डेय, शशिकांत तिवारी,खुशबू पाण्डेय, दिव्या मिश्र के साथ साहित्य से जुड़े कई अन्य लोगों के साथ सैकड़ो की संख्या में किसान और महिलाओ,बच्चों ने उपस्थिति दर्ज कराई .गांव में बना स्मारक और पुस्तक का विमोचन लोगों में चर्चा का विषय बन गया ।

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