अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसानों ने लिया 16 फरवरी को सड़क जाम करने का निर्णय

मूसलाधार बारिश में भी 44वें दिन धरना रहा जारी


जिला संवाददाता कुमार चन्द्र भुषण तिवारी की रिपोर्ट

कैमूर ।। जिला के किसानों द्वारा  उचित मुआवजे की मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने के 44वें दिन बुधवार को भारी वर्षा के बीच धरना रहा जारी, धरने पर बैठे किसानों ने लिया 16 फरवरी को सड़क जाम करने का निर्णय। आपको बता दें की भारतमाला परियोजना वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए सरकार द्वारा जिला के किसानों की अधिग्रहित भूमि की तय राशि से, नाखुश किसान विगत 2 फरवरी से ही जिला के चैनपुर प्रखंड अंतर्गत मसोई गांव स्थित पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कैंप में, भूमि की उचित मुआवजे की मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर है। बीते दिनों धरना स्थल पर ही एक किसान को हार्ट अटैक आ गया था जिसका की इलाज क्रम में मौत हो गया था। पर किसान घबराएं नहीं कड़ाके की ठंड में भी धरना स्थल पर डटे रहे। इतना ही नहीं लगातार दो दिनों से हो रहे मूसलाधार बारिश के बीच भी किसानों के हौसला कमजोर नहीं हुई। धरना स्थल पर बैठे किसान जय जवान जय किसान के नारे बुलंद करते रहे ‌। दोपहर में तेज बर्षा होने पर किसानों ने टेंट लगा लिया। भूमि पर बहते पानी एवं लगातार बर्षा होने के बावजूद भी किसान धरना से एक मिनट के भी हटे नहीं डटे रहे‌।अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे किसान अवधेश कुमार सिंह, रविशंकर पटेल, श्यामसुंदर सिंह, भूपेंद्र सिंह, विकास उपाध्याय इत्यादि ने कहा की एमएसपी गारंटी कानून उचित मुआवजा सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने का आज 44वें दिन है, किसान मरने को विवश है पर सरकार के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मरता क्या ना करता की तर्ज पर उनके द्वारा कहा गया, कि किसानों के प्रति गूंगी व बहरी नींद में सोई हुई सरकार को, नींद से जगाने के लिए 16 फरवरी को भारत बंद का समर्थन करते हुए, जिला मुख्यालय भभुआं स्थित एकता चौक को दोपहर से अनिश्चितकालीन के लिए जाम किया जाएगा। साथ ही कैम्प स्थल मसोई के सामने सड़क जाम किया जाएगा। उन्होंने ने कहा बिना उचित मुआवजा मिले एक इंच सड़क का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा।

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