भारी बारिश में भीगते हुए किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना रखा जारी

संवाददाता अभिमन्यु सिंह की रिपोर्ट 

चांद(कैमूर)- पीएनसी कंपनी बेस कैंप स्थल मसोई में किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना में पानी में भीगते रहे। शुक्रवार को दर्जनों किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा।गोंई सहबाजपुर ठकुहरट विजरा मसोई आदि गांवों के दर्जनों किसानों ने धरना पर सरकार विरोधी नारे लगाए। किसानों ने पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी वापस जाओ के नारे लगा रहे थे। धरना में शामिल विमलेश पांडेय अध्यक्ष किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने कहा किसानों के आंदोलन को बिहार सरकार के द्वारा अनदेखी करने पर गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने ने कहा किसान 110 दिन से लगातार धरना दे रहे हैं सरकार मस्त है। अध्यक्ष ने कहा किसान हार नहीं मानेंगे जबतक सरकार किसानों को उचित मुआवजा देने की घोषणा नहीं करेगी। उन्होंने ने कहा किसान अपने खेतों में अपनी जान दे देंगे। एक इंच एक्सप्रेस-वे या सड़क निर्माण नहीं होने देंगे। विमलेश पांडेय ने कहा लड़ाई जारी रहेगी उन्होंने ने बिहार सरकार से मांग किया सरकार जल्द सर्किल रेट बढ़ाने एवं जिला में आर्बिटेटर बहाल करने की घोषणा करे। उन्होंने ने कहा बिहार सरकार किसानों की मुआवजा बढ़ाने की घोषणा नहीं करती है तो सैकड़ों किसान पटना जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घेराव करेंगे। उन्होंने ने उचित मुआवजा के लिए अपने संकल्प को दोहराया। विमलेश पांडेय ने किसानों की समस्याओं के लिए किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर संघर्ष करता रहेगा। उन्होंने ने कहा अपनी जान दे देंगे लेकिन कैमूर जिले में एक इंच सड़क निर्माण नहीं होने देंगे। अनिश्चितकालीन धरना में किसानों ने किसान मजदूर एकता जिंदाबाद जय जवान जय किसान का नारा लगाते रहे।भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं एन एच 219 एवं एन एच 319 ए बाईपास चौरी करण के लिए बिहार सरकार ने हजारों किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि अधिग्रहण की हुई है। सरकार किसानों को बाजार मूल्य से बहुत ही कम मुआवजा दे रही है।जिसे लेकर किसान पिछले दो सालों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। अनिश्चितकालीन धरना में गुदरी सिंह लाला सिंह संजय जायसवाल भानु प्रताप सिंह अवधेश सिंह रामकेशी राम रामबली राम बाबूलाल गौर आदि दर्जनों किसान शामिल थे।

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