विधायक रईस शेख का विवादित स्कूल उद्घाटन कार्यक्रम रद्द
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 04, 2024
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पुलिस की भारी तैनाती के बीच काफिला बिना उद्घाटन ही लौटा
भिवंडी। सपा विधायक रईस कासिम शेख का बहुचर्चित स्कूल नंबर 22/62 का उद्घाटन कार्यक्रम शुक्रवार को तब विवादों में घिर गया जब उनका काफिला बिना उद्घाटन किए ही मौके से आगे की ओर रवाना हो गया। इस पूरे घटनाक्रम ने शहर में राजनीतिक हलचल और चर्चाओं को हवा दे दी है। विवाद की शुरुआत तब हुई जब भाजपा नेता आनंद गद्रे ने इस कार्यक्रम को पूरी तरह अवैध ठहराते हुए इसे सपा की राजनीतिक चाल करार दिया। गद्रे ने राज्य के मुख्यमंत्री,मुख्य सचिव,पुलिस आयुक्त, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत पत्र देकर उद्घाटन को रोकने की मांग की थी। उनका आरोप था कि सरकारी निधि से निर्मित इस स्कूल का उद्घाटन सपा द्वारा आगामी चुनावों के मद्देनज़र किया जा रहा था। जो चुनावी प्रचार का हिस्सा है।
पालिका प्रशासन ने लिया संज्ञान :
गद्रे की शिकायत के बाद भिवंडी पालिका के प्रशासक अजय वैद्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आपात बैठक बुलाई और स्कूल का उद्घाटन शासकीय प्रोटोकॉल के बिना न करने की सिफारिश की। शहर अभियंता सचिन नाईक ने विधायक रईस शेख को औपचारिक रूप से पत्र लिखकर उद्घाटन कार्यक्रम रद्द करने की सलाह दी।
कड़ी सुरक्षा और तनावपूर्ण माहौल :
शुक्रवार शाम को जब विधायक रईस शेख अपने काफिले के साथ स्कूल के परिसर में पहुंचे, तो पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो चुका था। भिवंडी पुलिस उपायुक्त मोहन दहिकर, सहायक आयुक्त पूर्व विभाग और शांतिनगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनायक गायकवाड़ के नेतृत्व में 250 से अधिक पुलिसकर्मी, SRPF और दंगा नियंत्रण दल की तैनाती की गई थी स्कूल परिसर के चारों ओर बेरिकेड्स लगाकर कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गये थे। हालांकि भारी तनाव और पुलिस की मौजूदगी के बीच विधायक शेख का काफिला बिना किसी उद्घाटन के ही आगे निकल गया,जिससे शहर में तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म हो गया। उद्घाटन समारोह के प्रमुख अतिथि अबू आसिम आज़मी ने भी विवाद को देखते हुए पहले ही कार्यक्रम से दूरी बना ली थी।
शहर में चर्चा का विषय बना उद्घाटन :
उद्घाटन कार्यक्रम के रद्द होने से शहर में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। भाजपा नेता आनंद गद्रे ने इसे अपनी जीत बताते हुए कहा कि सपा का "राजनीतिक खेल" जनता के सामने उजागर हो गया है। वहीं सपा की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन विधायक शेख के काफिले के बिना उद्घाटन लौटने को लेकर अटकलें लगाई जा रही है। इस पूरे मामले ने भिवंडी के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई बहस को जन्म दिया है, जहां विकास कार्यों के साथ-साथ राजनीति की जटिलताएं और चुनावी रणनीतियां आम जनता के सामने उजागर हो रही हैं।
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