अनिश्चितकालीन धरना में शामिल किसानों ने जन प्रतिनिधियों से सहयोग का किया अपील

संवाददाता अभिमन्यु सिंह की रिपोर्ट 

 चांद(कैमुर)- भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वें निर्माण एवं एन एच 219 बाईपास एवं चौरी करण के लिए एन एच ई आई से अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई में 132 दिन से लगातार धरना दे रहे किसानों ने जन प्रतिनिधियों से सहयोग की अपील किया। शनिवार को मसोई वैरी भेरी आदि गांवों के शामिल दर्जनों किसानों ने कहा पिछले 132 दिन धरना दे रहे किसानों की कैमूर जिले के जन प्रतिनिधिओं की अनदेखी करने पर हैरानी जताई। किसानों ने कहा सांसद विधायक मंत्री जिला परिषद प्रमुख मुखिया सरपंच आदि ने अपने अधिकार एवं हक के लिए लड़ रहे किसान आंदोलन की उपेक्षा की है। धरना पर बैठे किसान अमित रंजन सिंह ददन सिंह अवधेश सिंह श्याम सुन्दर सिंह सचिदानंद सिंह भुपेंद्र सिंह राज बहादुर बिंद आदि किसानों ने उचित मुआवजा के लिए संघर्ष कर रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरना में शामिल होने की अपील की है। किसानों ने कहा किसानों मजदूरों की वोट से सम्मान पाने वाले जन प्रतिनिधि किसानों के अधिकार की लड़ाई में साथ आवें। धरना पर बैठे किसानों ने लोकतांत्रिक देश में किसान अपने संवैधानिक अधिकार के तहत उचित मुआवजा के लिए आंदोलन कर रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत चुने गए जन प्रतिनिधि किसानों के आंदोलन की अनदेखी करने पर चिंता व्यक्त किया। भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए किसानों की 93 मौजा के हजारों किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की गई है। भूमि अधिग्रहण में किसानों की किमती एवं उपजाऊ जमीन ली गई है। भूमि अधिग्रहण में किसानों को 2013 सर्किल रेट पर मुआवजा दिया जा रहा है जो बाजार मूल्य से बहुत ही कम है। किसानों बाजार मूल्य से चार गुना अधिक मुआवजा की मांग कर रहे हैं। किसानों ने उचित मुआवजा की मांग के लिए पिछले ढाई साल से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन की अनदेखी सरकार एवं जन प्रतिनिधियों के द्वारा किए जाने पर किसानों में जबरदस्त गुस्सा है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट