मैंदे ग्रामसभा के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का किया बहिष्कार

भिवंडी ।। भिवंडी तालुका के मैंदे ग्रामसभा के आदिवासी पाड़ों में जाने के लिए रास्ता न होने के कारण  ग्रामसभा के ग्रामीणों ने  लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।गौरतलब है कि तानसा पाइप लाइन से सटा हुआ तालुका का अंतिम गांव मैंदे ग्रुप ग्राम पंचायत में ताड़ावाडी,बेहडे पाड़ा,बीज पाड़ा,बातरे पाड़ा एवं रावते पाड़ा सहित लगभग 1300 जनसंख्या वाले आदिवासी पाड़ों में आवागमन के लिए न तो रास्ता है और न ही उनके पीने के लिए पानी है। यहां के लोगों ने सड़क एवं पेयजल सहित आदिवासी पाड़ों की विभिन्न मूलभूत समस्याओं को लेकर राज्य सरकार के समक्ष कई बार पत्र व्यवहार किया है और कई बार जनप्रतिनिधियों के सामने अपनी समस्याओं को रखा है। लेकिन आदिवासियों की मूलभूत समस्याओं को लेकर न तो सरकार ने और न ही किसी जनप्रतिनिधियों ने किसी प्रकार की कोई भी कार्रवाई करने की रूचि नहीं दिखाई है। जिसके कारण यहां के लोगों ने 17 वीं लोकसभा के चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों द्वारा ग्रामसभा में लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने का निर्णय लिए जाने के बाद स्थानीय सांसद कपिल पाटील एवं भिवंडी ग्रामीण के विधायक शांताराम मोरे ने मैंदे ग्रामसभा के ग्रामीणों से भेंटवार्ता कर उन्हें आश्वासन दिया है कि बरसात के बाद उनकी समस्याओं को समाधान करने का हरसंभव प्रयास किया जायेगा। 
  ज्ञात हो कि मुंबई के लिए जलापूर्ति करने वाली तानसा पाइप लाइन से सटा हुआ भिवंडी तालुका का ग्रुप ग्राम पंचायत मैंदे है, मैंदे ग्रुप ग्राम पंचायत के आदिवासी पाड़ो में आवागमन के लिए न तो कोई रास्ता है और न ही उनके लिए पीने के पानी की व्यवस्था है। आदिवासी पाड़ों में आवागमन के लिए रास्ता न होने के कारण यहां के आदिवासी बरसात के दौरान चार महीने घुटने भर पानी से होकर आते जाते हैं। बरसात के दौरान सबसे अधिक परेशानी का सामना यहां के छात्रों को उठाना पड़ता है, यहां के छात्रों को सातवीं से आगे की शिक्षा लेने के लिए शाहपुर तालुका के पिवली स्थित माध्यमिक स्कूल में जाने के लिए नदी पार करके जाना पड़ता है जिसके लिए छात्र अपना जीवन धोखे में डालकर आते जाते हैं जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है। 
   पाइप लाइन के पास होने के बावजूद यहां के लोगों के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था नही है, जिसके कारण यहां के नागरिक गड्ढों में जमा दूषित एवं गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं। मैंदे ग्रुप ग्राम पंचायत के आदिवासी पाड़ा के लोगों को मूलभूत नागरिक सुविधायें न मिलने के कारण यहां के लोगों ने लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया। लेकिन ग्रामीणों द्वारा ग्रामसभा में लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने का निर्णय लिए जाने की जानकारी मिलने के बाद ही स्थानीय सांसद व भाजपा-शिवसेना के उम्मीदवार कपिल पाटील एवं भिवंडी ग्रामीण के शिवसेना विधायक शांताराम मोरे ने मैंदे ग्रामसभा के ग्रामीणों से भेंटवार्ता कर उन्हें आश्वासन दिया है कि बरसात के बाद उनकी समस्याओं को समाधान करने का निश्चत रूप से हरसंभव प्रयास किया जायेगा। 

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