पुर्व सांसद सुरेश टावरे व वर्तमान सांसद कपिल पाटिल के निष्क्रियता कारण भिवंडी का विकास नहीं - सुहास दादा बोंडे ।

भिवंडी । सवाददाता । भिवंडी लोक सभा २३ के अपक्ष उम्मीदवार सुहास दादा बोंडे ने पत्रकार परिषद का आयोजन कर भिवंडी के विकास में बनें रोड़ा पुर्व सांसद सुरेश टावरे व वर्तमान सांसद कपिल पाटिल पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि सुरेश टावरे अपने कार्यकाल में भिवंडी के विकास के लिए कोई कार्य नहीं किया । वही पर पुर्व सांसदो ने भी भिवंडी के विकास व पावरलुम की समस्याओं को सांसद में नहीं उठाया गया। जिसके कारण शहर का मुख्य व्यवसाय पावर लुम भंगार के भाव में बिक गया। पावर लुम का उद्योग पुरी तरह से बेजान हो गया है। वर्तमान सांसद कपिल पाटिल व मुख्यमंत्री ने इस्ट्र इंडिया कंपनी रुपी टोरेंट पावर कंपनी का पुनः एग्रीमेंट कर दिया गया । कंपनी यहाँ व्यवसाय करने आई थी। किन्तु कंपनी यहाँ की मालिक बन चुकी है। आऐ दिन शहर के ईमानदार लोगों पर चोरी का इल्जाम लगा कर जेल में भेजने का कार्य कर रही है। इस इंस्ट्र इंडिया कंपनी के कारण पावर लुम उद्योग पर संकट उत्पन्न हो गया है। वही पर सत्ता पक्ष में बैठे भष्ट्राचारी नेताओं द्वारा नल पट्टी व घर पट्टी प्राइवेट करने का प्लानिंग थी। जिसका ठेका भी टोरेंट पावर कंपनी लेने वाली थी। किन्तु आंदोलन करने बाद इसे रोका गया। वर्तमान सांसद कपिल पाटिल ने वर्ष २०१४ में भिवंडी शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने का वादा कर  बड़ा बड़ा पोस्टर बैनर लगावाऐ गये । किन्तु उनका भी वादा टाय टाय फुस हो गया। 

       गौरतलब हो कि सुहास दादा बोंडे खान्देश सेना प्रमुख व भिवंडी कर संघर्ष समिति के अध्यक्ष होने के साथ समाजिक कार्यो में सदा आगे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है। शहर की हर समस्या पर अपनी आवाज बुलंद कर शासन तक पहुंचाने का कार्य किया है। जिसके कारण खांदेश सेना व भिवंडी कर के कार्यकर्ताओं ने सुहास दादा बोंडे को चुनाव मैदान में उतारा है। उनके  प्रचार प्रसार में ‌भिवंडी कर बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। जहां उनका प्रचार गाड़ी पहुँचती है। उनको‌ सुनने के लिए सैकड़ों की तादाद में भिवंडी वासी पहुँच जाते हैं। भिवंडी लोक सभा में चर्चा हैं कि सुहास दादा बोंडे जैसा उनको सांसद चाहिए जो‌ उनकी आवाज बनकर सांसद में गुज सकें।

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