मेट्रो प्रकल्प 05 का भिवंडी में बढ़ रहा हैं विरोध

कल्याण रोड़ व्यापारी व संघर्ष समिति व मेट्रो बचाव मंच आमने सामने

भिवंडी ।। भिवंडी शहर के ग्रामीण परिसर में मेट्रो प्रकल्प 05 का काम लगभग पृ्र्ण हो चुका हैं मेट्रो रुट के पिलर भी तैयार स्थिति में है. इसी रुट पर अब शहरी भाग में पिलर तैयार करने का काम शुरू होने वाला हैं. मेट्रो ट्रेन कल्याण नाका से टेमघर या कल्याण नाका होते हुए वंजारपट्टी नाका - चंविद्रा से कल्याण जायेगी. दोनों रुट को लेकर भिवंडी के सोशल मीडिया से साथ  - साथ रुट के लिए लड़ रही दोनों पक्षों का माहौल गर्म है ।
   
मेट्रो बचाव मंच ने राज्य सरकार के पालक मंत्री से मुलाकात कर प्रस्तावित मार्ग यानी कल्याण रोड़ से कल्याण मेट्रो ट्रेन ले जाने का मांग कर रहे हैं वही पर कल्याण रोड़ व्यापारी व संघर्ष समिति ने कल्याण रोड़ से जा रही मेट्रो रुट का तीव्र विरोध किया जा है. समिति के मांग के अनुसार मेट्रो ट्रेन को अजूर फाटा से कल्याण नाका , वंजारपट्टी नाका ,चविद्रा गांव से होते हुर कल्याण तक जाना चाहिए। इस रुट से जाने से भिवंडी पश्चिम ,भिवंडी पूर्व तथा भिवंडी ग्रामीण विधानसभा के मतदाताओं को लाभ मिलेगा। संघर्ष समिति ने विरोधी पक्ष यानी मेट्रो बचाव मंच पर शहर के नागरिकों को गुमराह करने के कारण पत्रकार परिषद का आयोजन किया। इस पत्रकार परिषद में कल्याण रोड के व्यापारी सहित संपत्ति धारक की काफी भीड़ थी ।
      
पत्रकारों को जानकारी देते हुए संघर्ष समिति ने बताया कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार बनते ही संघर्ष समिति द्वारा मेट्रो ट्रेन संबंधित पालक मंत्री एकनाथ शिंदे से भेंटवार्ता कर ज्ञापन प्रस्तुतकरके अवगत कराया गया था कि मेट्रो ट्रेन को कल्याण रोड से ले जाने पर 1200 दुकान व 1700 मकान के साथ सात मंदिर, दो मस्जिद ,दो दरगाह, एक कब्रिस्तान सहित क्षतिग्रस्त हो रहे है. इसके साथ भारी संख्या में हजारो लोग बेघर व बेरोजगार होने की संभावना हैं.कल्याण रोड के वासी पूर्व 40 वर्षों में 3 बार अपने मकान व दुकान की कुर्बानी दे चुके हैं.इसके साथ ही एम एम आरडीए द्वारा बनाया जा रहा फ्लाई ओवर मेट्रो ट्रेन के लिए कई टेक्निकल अड़चनें पैदा कर रहा है.इसलिए मेट्रो ट्रेन को दोनों ही भूतपुर्व महापौर, भूतपुर्व विधायक व भिवंडी ग्रामीण के विधायक शांताराम मोरे और मनपा के सभी नगरसेवकों ने सर्व सहमति से महासभा मे मंजूर किये गये मार्ग के अनुसार मेट्रो ट्रेन को अंजूरफाटा - धामनकर नाका - राजीव गांधी चौक - वंजारपट्टी नाका –चाविंद्रा –टेमघर से कल्याण ले जाने का प्रस्ताव पास किया था ।
             
इस संदर्भ में पालक मंत्री  एकनाथ शिंदे ने गंभीरता से लेते हुए एम एम आरडीए आयुक्त को निर्देश जारी किया कि भिवंडी शहर के कल्याण रोड स्थित मार्ग पर धार्मिक स्थलों को प्रभावित होने से बचाने हेतु उस से बेहतर मार्ग  तलाश किया जाए ताकि मेट्रो ट्रेन का लाभ पूरे भिवंडी शहर वासी उठा सके ।
 उल्लेखनीय है कि पालक मंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा पूरे शहर को अधिक से अधिक लाभ हो और लोगों का कम से कम नुकसान हो इसलिये वैकल्पिक मार्ग का सर्वे करने का आदेश दिया गया था  इसके बावजूद विधायकों ने वंजारपट्टी या अन्य मार्ग को छोड़कर विवादित कल्याण रोड से ही मेट्रो जाने की मांग सदन में क्यों कर रहे हैं ? दोनों विधायक अपने ही मतदार क्षेत्र से जुड़े वंजारपट्टी नाका,चाविंद्रा,पोगांव मार्ग की मांग क्यों नहीं कर रहे हैं? दोनों विधायक पूरे शहर और भिवंडी ग्रामीण को  लाभ क्यों नहीं देना चाहते साथ ही  वर्तमान सरकार और नागरिकों के चाहने पर भी यह दोनों कल्याण रोड को ही क्यों भिवंडी के विकास का मार्ग समझते हैं जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है ? जनता की धार्मिक आस्था से जुडे हुये मंदिर, मस्जिद, कब्रिस्तान, दरगाह , डॉ.बाबासाहेब आम्बेडकर स्मारक पर किस प्रकार मेट्रो के नाम पर तोडक कार्रवाई होगी ?और कल्याण रोड ही निशाने पर क्यों ?इस प्रकार प्रश्न व्यापारी समिति द्वारा उठाया गया. वही पर आरोप लगाते हुए कहा कि 
1) प्रस्तावित मार्ग से मेट्रो ट्रेन ले जाने पर कल्याण रोड स्थित दान्डेकर कंपनी में रिलायंस प्रोग्रेसिव प्राईवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट को लाभ मिल सकेगा.
2) प्रस्तावित मार्ग से मेट्रो ट्रेन ले जाने पर नेता गण व बिल्डर लॉबी के संयुक्त प्रोजेक्ट जैसे ज़ेनिथ कंपाउंड, कुर्लावाला कंपाउंड, तोहफा होटल के पीछे मोती लाल गुप्ता कंपाउंड, आरिफ कंपाउंड, आजमी कंपाउंड के साथ साथ अप्सरा टाकीज कंपाउंड में बनने वाले रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट को लाभ मिल सकेगा.
3) प्रस्तावित मार्ग से मेट्रो ट्रेन ले जाने पर रोड वाइंडिंग में सभी पगड़ी धारक प्रोपर्टी फ्री में सरकारी मेहमान बन जायेंगे और पगड़ी प्रॉपर्टी  के पीछे मौजूद बिल्डरों के रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट को करोड़ों रुपये का लाभ मिल सकेगा ।
           
राजीव गांधी चौक से टेमघर मार्ग तक मेट्रो ट्रेन के लिए MRTP अधिनियम 1966 की कलम 37 के अनुसार सूचना/हरकत के अंतर्गत 5681 नागरिकों ने विरोध दर्ज कराया था जिसकी सुनवाई पिछले महीने भिवंडी महानगरपालिका में रखी गई थी, जिसमें 1349 नागरिकों ने मनपा मुख्यालय  पहुंच कर कल्याण रोड से मेट्रो जाने पर अपना विरोध और वंजारपट्टी मार्ग से मेट्रो ले जाने कि सहमति दर्ज कराई थी जिससे अधिक से अधिक भिवंडी के शहरी व ग्रामीणों को लाभ मिल सकेगा । अंजूर फाटा से नदी नाका और वंजारपट्टी नाका से चाविंद्रा गांव तक मेट्रो मार्ग के लिए सूचना हरकत में किसी भी आम नागरिक ने विरोध दर्ज नहीं कराया है , इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि वंजारपट्टी मार्ग से ही मेट्रो ले जाया जाए ताकि भिवंडी शहर व ग्रामीणों को लाभ मिल सके।
         
मेट्रो ट्रेन को अंजूरफाटा - धामनकर नाका - राजीव गांधी चौक - वंजारपट्टी नाका – चाविंद्रा – टेमघर से जाने पर पूरे भिवंडी शहर और भिवंडी ग्रामीण को लाभ मिलेगा ।
     
बता दें कि कल्याण रोड के रहिवासियों और व्यापारियों की बात है तो,प्रस्तावित मेट्रो मार्ग से मेट्रो जाने पर भी कल्याण रोड को दो स्टेशन मिल रहे हैं यदि मेट्रो वंजारपट्टी नाका होते हुए आएगी तो भी भिवंडी कल्याण रोड पर दो स्टेशन मिल रहे हैं । 
      
इसलिए हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि भिवंडी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वंजारपट्टी नाका – चाविंद्रा – टेमघर रूट को मंजूरी दी जाए ताकि भिवंडी के मजदूर , विद्यार्थी वर्ग के साथ साथ सभी नागरिकों को न्याय मिले और सभी इसका लाभ उठा सकें ।
         
उक्त अवसर पर संघर्ष समिति अध्यक्ष शादाब उस्मानी, राम लाहारे महासचिव, दीन मो खान पूर्व नगरसेवक, महमूद मोमिन पूर्व नगरसेवक, अमीन खान ,राकेश पाल,तसलीम शेख,सुधाकर आर्यन ,नईम खान, युसुफ  शोलापूरकर,हमीद शेख,फरीद खान,अनिल मानसिक राव,  रफीक अंसारी, मुजाहिद शेख ,शेख ऐनुल हक,हसन अंसारी, नवीन गंगाराम,अस्लम हाफिज जी आदि उपस्थित थे।

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