कोरोना संक्रमण काल के बीच राज्य के पत्रकारों को मिला 50 लाख रुपए का एक्सीडेंट कवर

भिवंडी / मुंबई।। राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच महाराष्ट्र के पत्रकारों के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने पत्रकारों को 50 लाख रुपए का एक्सीडेंट कवर देने का फैसला किया है। इसकी घोषणा राज्य के पब्लिक हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे की ओर से की गई है। राज्य में इससे पहले पुलिस, डॉक्टर, होम गार्ड्स, और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य सरकार द्वारा 50 लाख के एक्सीडेंट कवर में शामिल किया गया है। कोरोना संकट के दौरान जो भी कर्मचारी सर्वे, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं, उन्हें इसमें जोड़ा गया है।
     
राजेश टोपे ने कहा है कि कोरोना संकट के दौरान प्रिंट और टीवी मीडिया के पत्रकार, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर बेहद रिस्क में अपना काम पूरा कर रहे हैं। सरकार इन्हें भी अपनी व्यापक एक्सीडेंट कवर योजना का हिस्सा बनाएगी। इस तरह की स्कीम से उन पत्रकारों या सरकारी कर्मचारियों के परिवारों के मदद मिल सकेगी, जो कोरोना संकट के वक्त अपनी जिंदगी जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं।

अप्रैल में 53 पत्रकार मिले थे संक्रमित :
गौरतलब है कि अप्रैल महीने में देश की आर्थिक राजधानी में मुंबई में 53 पत्रकार कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इन सभी को आइसोलेशन के लिए भेज दिया गया था। इसमें से ज्यादातर ठीक होकर अब घर लौट चुके हैं। फील्ड में काम कर रहे 171 पत्रकारों के सैंपल इकट्ठा किए गए थे। इनमें फोटोग्राफर, वीडियो पत्रकार और रिपोर्टर्स शामिल थे।

अब पाठकों को घर पर मिलेंगे अखबार :
नई गाइडलाइंस के मुताबिक, सरकार ने 7 जून से पूरे राज्य में अखबारों की छपाई और वितरण को मंजूरी दे दी है। अब सोमवार से अखबार अपने पाठकों के घर के दरवाजे पर पहुंचने लगेंगे। इसके लिए वितरकों को सफाई और दूरी के जरूरी नियमों का पालन करना होगा।

अप्रैल महीने में मुंबई में 171 पत्रकारों का कोरोना टेस्ट हुआ था, जिसमें से 53 पत्रकार संक्रिमत मिले थे। इन सभी को आइसोलेशन के लिए भेज दिया गया था।

इस तरह की स्कीम से उन पत्रकारों या सरकारी कर्मचारियों के परिवारों के मदद मिल सकेगी, जो कोरोना संकट के वक्त अपनी जिंदगी जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं।

रिपोर्टर

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