
महाराष्ट्र में बिजली बिल माफ नहीं हुआ तो मातोश्री का घेराव होगा - खालिद गुड्डू अध्यक्ष AIMIM भिवंडी शहर
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jun 28, 2020
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भिवंडी।। कोरोना वैश्विक महामारी के कारण 22 मार्च से देश तालाबंदी में है। तालाबंदी होने के बाद भी कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 5 लाख के ऊपर पहुँच चुकी हैं. केन्द्र व राज्य सरकार इस महामारी के रोकथाम में विफल रही हैं.लगभग तीन महीने से रोजगार , कंपनियाँ, कारखानें बंद होने से मजदूर व जनता भुखमरी के कगार पर खड़ी हैं। लाखों मजदूर सरकार के तरफ से किसी प्रकार की मदद नहीं मिलने से पैदल ही अपने अपने मूलगांव पलायन कर चुके हैं।
कोरोना वायरस के डर से लोग अपने घरों में ही तीन महिने से कैद हैं. "बाहर नहीं निकले तो भूख से मरना हैं अगर निकले तो कोरोना से मरना तय हैं " इस प्रकार की हालात नागरिकों की हो चुकी हैं। किन्तु महाराष्ट्र राज्य विधुत नियामक बोर्ड ने भुखमरी के कगार पर खड़ी जनता के मार्च से जुन महीने के बिजली बिल मनमाने तरीके से भेजकर बिल भरने के लिए परेशान कर रही हैं।
भिवंडी शहर में बिजली सप्लाई व बिल वसूल करने का ठेका राज्य सरकार ने टोरेंट पावर कंपनी को दे रखा हैं.लाॅक डाउन के दरम्यान तीन महिने का बिजली बिल तीन गुना ज्यादा भेजे जाने से नागरिकों में आक्रोश व्याप्त हैं।
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