दो नवजात बच्चों का समय पर इलाज़ नहीं मिलने के कारण मौत, सात दिन के अंदर अस्पतालों पर कार्रवाई नहीं, तो होगा तीव्र आंदोलन - फहाद अंजुम शेख

भिवंडी।। वैश्विक महामारी कोरोना का दंश झेल रहा भिवंडी शहर के अंदर प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी से शहरवासी त्रास हो चुके है.कुकुरमुत्तो की तरह फैले प्राइवेट अस्पतालों का जाल, भिवंडी मनपा प्रशासन भी लगाम लगाने में असफल साबित हुआ है.पालिका प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग में फैले भ्रष्टाचार तथा पूर्व अधिकारियों द्वारा किये गये लीपापोती कार्यों से इन अस्पतालों पर आज तक अंकुश नहीं लगाया जा सका। जिसके पास किसी प्रकार से डिग्री नहीं, वह भी अब प्राइवेट अस्पताल खोलकर भाड़े या कमीशन से डाॅक्टरों की नियुक्ति कर शहर वासियो का खून चूसने का गोरखधंधा कर रहे है.ज्यादा पैसे के लालच में मरीज़ों के जान से खिलवाड़ भी इन्हीं अस्पतालों द्वारा खेला जाता है। 

देश में फैले वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल में इन्हीं अस्पतालों ने कोरोना के भय से अपना धंधा बंद कर दिया था.जिसके कारण शहर में कोरोना वायरस सहित अन्य रोगों से पीड़ित मरीज़ों की असंख्य मौतें हुई। कबिस्तानों में शव दफन के लिए जगह नहीं था.जिसके कारण कबिस्तान ट्रस्टियों को हाउस फुल तक बोर्ड लगाना पड़ा। इसके साथ ही श्मशान भूमि की ज्वाला कभी ठंडी तक नहीं हुआ। 

मनपा प्रशासन की बागडोर संभाल रहे आयुक्त डाॅ.पंकज आशिया को बार - बार इन अस्पतालों को खुली रखने के लिए अस्पताल प्रबंधको को नोटिस जारी करना पड़ा तथा नागरिकों के उपचार हेतु आदेश दिया गया.किन्तु गैंडा के चमड़ी के खाल पहने इन अस्पतालों द्वारा मनपा आयुक्त के आदेशों का खुलकर उल्लंघन किया गया.कभी स्टाफ तो कभी डाॅक्टर की कमी बताकर मरीज़ों का उपचार नहीं किये जाने का बहाना बनाते रहे।

गत दिनों ऐसे दो नवजात शिशुओं के परिजनो ने आठ अस्पतालों का चक्कर लगाने के बाद भी किसी अस्पताल ने नव जात शिशुओं का इलाज नहीं किया। जिसके कारण परिजनो ने मनपा प्रशासन द्वारा भाड़े से लिया गया ऑरेंज अस्पताल में इलाज़ के लिए भर्ती करवाया. जहां पर दोनों नवजात शिशुओं की मौत हो गयी।
   
रिपब्लिकन पार्टी आॅफ इंडिया  (A) के भिवंडी शहर जिला अध्यक्ष फहाद अंजुम शेख ने मनपा आयुक्त को लिखित निवेदन पत्र देकर मांग किया है कि अगर सात के अंदर इन अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन रद्द नहीं किया गया तथा अस्पताल प्रबंधको पर हत्या का मामला दर्ज नहीं हुआ तो पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उग्र आंदोलन किया जायेगा. उसके साथ ही मानव आयोग केन्द्र में शिकायत दर्ज करवाई जायेगी। 
   
निवेदन पत्र के अनुसार 07 अगस्त को कल्याण रोड़ निवासी जमशेद अंसारी के 14 माह का नवजात बालक पानी के टप मे गिरा था तथा इसी परिसर में रहने वाले गौस शेख के तीन महिने का नवजात शिशु का मालिश करते समय मुंह से दूध आया था. दोनों परिवारों द्वारा बच्चों को लेकर भिवंडी हेल्थ केअर हाॅस्पिटल, एस.एस. हाॅस्पिटल, फ्रॅक हॉस्पिटल, स्टार नर्सिंग होम,मासूम हाॅस्पिटल, प्राईम हाॅस्पिटल, गोरे हाॅस्पिटल तथा मेहेर हाॅस्पिटल में इलाज के लिए चक्कर लगाते रहे.किन्तु अस्पताल प्रबंधको द्वारा ऑक्सीजन गैस अथवा डाॅक्टर नहीं होने का बहाना कर इलाज करने से मना कर दिया गया.थक हार कर परिजनो ने मनपा प्रशासन द्वारा किराये पर लिए गया आँरेज हॉस्पिटल में भर्ती करवाया.जहां पर उपचार के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गयी। 
       
फहाज अंजुम शेख ने मनपा प्रशासन सहित अस्पताल प्रबंधको पर आरोप लगया है कि अगर दोनों बच्चों का समय पर इलाज मिल जाता तो इनकी जान बच जाती। ‌इस संबंध में संबधित विभाग से जानकारी मांगने पर बताया गया कि आठों अस्पताल प्रबंधको को 8 दिन की नोटिस जारी कर जबाब तलब किया गया तथा दोषी मिलने पर जरुर कार्रवाई किया जायेगा।

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