मजदूरी नहीं मिलने से क्वारंटाइन सेंटर के रसोईया ने प्रखंड परिसर में किया हंगामा

दुर्गावती कैमूर से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट

दुर्गावती कैमूर ।। क्वारंटाइन सेंटर में रहे प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन बनाई रसोईया महिलाओं ने जमकर दुर्गावती प्रखंड परिसर में किया हंगामा मुख दर्शक बने रहे पदाधिकारी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के विषम परिस्थिति में अपने घर परिवार को त्याग कर क्वारंटाइन सेंटर में रखे प्रवासी मजदूरों के लिए महिलाओं ने खाना बनाई जिसका मजदूरी आज तक शासन प्रशासन के द्वारा भुगतान नहीं किया गया है जिसको लेकर काफी संख्या में दुर्गावती प्रखंड परिसर में पहुंची महिलाओं ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की बता दें कि लॉकडाउन के विषम परिस्थिति में विभिन्न राज्यों से आ रहे भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों को बिहार सरकार के द्वारा स्कूलों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था जिसमें आसपास के सरकारी विद्यालय में रसोईया के पद पर कार्यरत महिलाओं को खाना बनाने के लिए एवं खिलाने के लिए रखा गया था उस समय महामारी के डर से कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा था। इस विषम परिस्थिति में महिलाओं ने अपना जान जोखिम में डालकर और अपने परिवार का परवाह नहीं करते हुए क्वारंटाइन सेंटर में खाना बनाने का काम किया। इतना ही नहीं इन महिलाओं ने दिन तो दिन रात में भी खाना बनाने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई जिसे लेकर शासन प्रशासन की तरफ से भुगतान करने को कहा गया था। प्रवासी मजदूरों के आने की संख्या खत्म होने के बाद क्वारंटाइन सेंटर को बंद कर दिया गया। क्वारंटाइन  सेंटर बंद होने के बावजूद भी इन लोगों का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। अपने मजदूरी के मांग को लेकर दुर्गावती प्रखंड अंचल कार्यालय पहुंच कर अपनी मजदूरी की मांग की वहीं दुर्गावती प्रखंड के पदाधिकारी मूकदर्शक बने रहे । क्या कहते हैं रसोईया महिलाएं पूनम देवी गीता देवी कमलेशी देवी धनबरता कुवर हजारा खातून अजमेरी खातून तरामुनी कुंवर बदामी देवी आदि काफी संख्या में महिलाओं ने बताया कि  लाक डाउन के विशम परिस्थिति में हम अपने घर से बिना चप्पल के ही पैदल चलकर क्वारंटाइन  सेंटर पहुंचकर खाना बनाती रही जिसका भुगतान आज तक नहीं किया गया है।क्या कहते हैं दुर्गावती प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री अशोक कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही महिलाओं का भुगतान किया जाएगा।

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