
आवागमन में बाधक बन रहे सड़क किनारे की कटीली झाड़ियां व सरपत
- संदीप मिश्र, ब्यूरो चीफ जौनपुर
- Nov 04, 2020
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सुइथाकला, जौनपुर ।
जनपद के सुइथाकला ब्लॉक स्थित लगभग सभी ग्रामीण सड़कों के किनारे लगी बबूल की कटीली झाड़ियां या सरपत वाहनों के आवागमन में हमेशा बाधक बनते हैं , जिसकी वजह से अक्सर लोग चोटिल भी हो जाते हैं किंतु इस तरफ प्रशासन का कभी ध्यान ही नहीं जाता है ।सरपतो के झुरमुटों के बीच से कभी-कभार नीलगाय या कुत्तों का निकलना या किसी खड़ंजे , चकमार्ग से वाहन का बिना हॉर्न दिये निकलना मुख्य मार्ग पर चल रहे वाहन सवार लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन जाता है ।
सरकार सड़क बनाने में कितना पैसा खर्च करती है । सरकार यदि इन झाड़ियों की जगह सड़क के किनारे छायादार ऊंचे वृक्ष लगाए तो पर्यावरण को भी लाभ होगा और आने जाने में भी सुविधा रहेगी,तथा लोगों को दूर तक स्पष्ट दिखाई भी देता रहेगा। सड़क से सटकर उगे इन झाड़ियों के कारण सिंगल रोड पर आमने सामने गाड़ियों को पास देने में भी समस्याएं होती हैं ।यदि पीछे से यदि कोई गाड़ी ओवरटेक करना चाहती है तो भी इतनी जगह नहीं मिल पाती कि आसानी से पास दिया जा सके। दूसरे बीएसएनएल के लिये बिछाए गए तारों के कारण बने सड़क के किनारे के गड्ढों को भी पाटा नहीं गया है जिसकी वजह से अक्सर कोई न कोई गाड़ी झाड़ियों में इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाती कि इस जगह पर गड्ढा है और उसी में जाकर फंस जाती है जिससे अन्य गाड़ियों के आवागमन में भी असुविधा होने लगती है । क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारी व समाज के जागरूक लोग इन समस्याओं को कभी पटल पर रखते ही नहीं या रखते हैं तो उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती । जिसके कारण जनसामान्य को आवागमन में बहुत दिक्कतें होती हैं । विकास तब तक अधूरा है जब तक बिजली ,पानी, सड़क, शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य ग्रामीण अंचल तक नहीं हो जाता । किंतु कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और कुछ तो क्षेत्र में जागरूक लोगों की कमी की वजह से यह समस्या आज जो कि त्यों बनी हुई है । यह मामले कभी सामने लाए ही नहीं जाते । सबसे ज्यादा मुसीबत तो स्कूली छात्र छात्राओं को होती है जब वह साइकिल से स्कूल आते जाते हैं और किसी बड़ी गाड़ी को पास देना होता है या उससे बचना होता है । विगत वर्षों में कई छात्राएं दुर्घटना का शिकार भी हुई हैं।
प्रशासन अगर इस समस्या को संज्ञान में ले ले तो ऐसी घटनाओं में निश्चित ही कमी आएगी तथा साथ ही साथ आवागमन में भी सुविधा होगी।
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