बंध्याकरण के 3 वर्ष बाद महिला हुई 6 माह की गर्भवती डीएम से लगाई जांच की गुहार।

दुर्गावती से धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट।

 दुर्गावती ( कैमूर ) ।। बंध्याकरण के 3 वर्ष बाद महिला हुई 6 माह की गर्भवती डीएम को लिखित आवेदन देकर जांच करने की लगाई गुहार बता दें कि जनसंख्या नियंत्रण के तहत सरकार व विभाग द्वारा जनहित को ध्यान में रखते हुए तरह-तरह की जानकारी देकर आम जनों को जागरूक किया जाता है। इतना ही नहीं सुरक्षा योजना बंध्याकरण योजना आदि इस तरह की योजनाओं पर प्रत्येक वर्ष सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है। यही नहीं  बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है । इन सभी के बावजूद यदि परिवार नियोजन के अंतर्गत  बंध्याकरण ऑपरेशन होने के बाद असफल साबित हो  जाए तो इसे क्या कहा जा सकता है।कम से कम यही न की जांच का विषय बन रहा है। ऐसा ही एक मामला दुर्गावती क्षेत्र के खजुरा गांव से निकलकर सामने आया है। जहां एक महिला बंध्याकरण के लगभग 3 वर्ष बाद एक बार फिर करीब 6 माह कीगर्भवती हुई है । गर्भावती महिला आरती देवी के पति संदीप कुमार के द्वारा शुक्रवार की शाम पूछे जाने पर बताया कि लगभग 3 वर्ष पहले दुर्गावती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन के तहत बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया था। इसके बावजूद भी हाल फिलहाल पत्नी 6 माह की गर्भवती हो गई है ।जब पत्नी को यह पता चला कि मेरे पेट में बच्चे जैसा हलचल मिल रहा है ।तो सैयदराजा के एक प्राइवेट अल्ट्रासाउंड केंद्र पहुंच कर जांच कराया । तब पता चला कि पेट में बच्चा है ।अब बच्चा 6 माह का हो रहा है। पत्नी आरती देवी काफी कमजोर है। अभी दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों को जन्म देते समय काफी परेशानी हुई थी। मजबूरी है। की जीविकोपार्जन का सहारा है।अब क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है। बच्चों को जन्म देने के बाद अपने परिवार को सीमित रखने के उद्देश्य से सरकार के द्वारा चलाए जा रहे बंध्याकरण योजना के तहत अपना परिवार सीमित रखने का फैसला हम पति-पत्नी ने लिया था । लगभग 3 वर्ष पूर्व दुर्गावती के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर कुशल चिकित्सकों की देखरेख में बंध्याकरण करवाया था । उस समय बंध्याकरण से संबंधित कोई कागजात नहीं मिला था कि मैं दिखा सकूं । लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सरकार की योजना के तहत 14 सौ रुपए खाते के माध्यम से मिला है। लेकिन अब क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है इसकी जांच करने के लिए आज शुक्रवार को कैमूर जिला पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर जांच की मांग किए हैं।

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