आधा दर्जन सपा प्रत्याशियों ने चायल से चुनाव लड़ने के लिये किया आवेदन

भरवारी कौशाम्बी ।। विधानसभा चुनाव को अभी एक वर्ष का समय बाकी है लेकिन समाजवादी पार्टी में विधानसभा के टिकट को लेकर दावेदारों में होड़ मची है जिनका आम जनता के बीच दूर-दूर तक लगाव नहीं है वह भी विधानसभा के टिकट हासिल कर जीत का दावा करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं जनप्रिय नेताओं के टिकट को कटवा कर खुद विधानसभा चुनाव लड़ने वाले वजूद विहीन नेताओं के चलते समाजवादी पार्टी में धुरंधरों को किनारे लगाया जा सकता है जो समाजवादी पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं होगा मौकापरस्त और दलबदलू नेता भी विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट के दावेदारों में शामिल दिखाई पड़ रहे हैं सूबे में भाजपा की सरकार बनते ही भाजपा नेताओं के संपर्क में रहने वाले भाजपा नेताओं की चाटुकारिता करने वाले सपा नेता भी अपने को समाजवादी का निष्ठावान पदाधिकारी कार्यकर्ता कहकर टिकट की लाइन में लग गए हैं अब यह निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष के विवेक पर करता है कि मौकापरस्त दलबदलू नेताओ को वह टिकट देकर विधानसभा में अपनी छीछालेदर करवाती है या फिर समाजवादी के निष्ठावान पदाधिकारियों को टिकट देकर सपा की जीत का परचम फहराती हैं

जैसे ही विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा हैं वैसे ही चुनावी माहौल गरम होता जा रहा है ऐसे में चुनाव मैदान में कोई किसी से कम कैसे रह सकता है lआज समाज वादी पार्टी में एक ओर नेता ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए चुनाव में चायल से अपनी उम्मीदवारी पक्की करने का दावा पेश करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास टिकट को लेकर अपना आवेदन कर दिया आवेदन करने वालो में लगभग आधा दर्जन नेताओ ने अपनी अपनी दावेदारी सुनिचित करते हुए अपना टिकट पक्का मानकर चल रहे है 

ऐसे में प्रबल दावेदारी सपा के चंद्र बली सिंह पटेल व भोला पटेल अशोक यादव बृजभान यादव पूर्व विधायक आशिफ जाफ़री तो वही भरवारी के पूर्व जिला महासचिव गुलाम हुसैन सहित कई चेहरे टिकट की लाइन में शामिल है

वही सिराथू विधानसभा में भी चुनाव लड़ने वालों में होड़ मची है इसमें सबसे प्रबल दावेदारी भरवारी निवासी सिराथू के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रहे कैलाश केशरवानी तो दूसरी तरफ सपा के वरिष्ठ नेता मौला बक्श है आनंद मोहन पटेल अनुज सिंह यादव ब्लाक प्रमुख कड़ा भी अपना आवेदन कर चुके है ऐसे में टिकट इतना आसान भी नही किसको टिकट मिलेगा यह भविष्य के गर्व में है कुछ भी हो सभी लोग अभी से ही समाजवादी खिचिड़ी पकाने में लग गए है वही मंझनपुर में अभी किसी का पत्ता खुलता नही दिख रहा है लेकिन इस विधानसभा में भी आधा दर्जन से कम चेहरे विधानसभा के टिकट की दावेदारी में नहीं दिखाई पड़े हैं जिनका समाज में कहीं वजूद नहीं है वह भी विधानसभा के टिकट की दावेदारी में दमखम के साथ जुटे हुए हैं ।

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