हैंडविलिंग वर्करों ने सुपरवाइजर पर लगाया अवैध वसूली का आरोप

प्राइवेट कर्मी विलिंग के नाम पर करते हैं वसूली कर्मचारियों के बयान पर प्राइवेट सुपरवाइजरों पर लग रहा है अवैध वसूली का आरोप मामले की सही जाँच हुई तो प्राइवेट कंपनी के ठेकेदार व सुपरवाइजरों का जेल जाना तय

कौशाम्बी ।। जिले में एक प्राइवेट कंपनी को बिजली के बिल व हैंड विलिंग वसूली का टेंडर बिजली बिल वसूली के लिए दिए गए हैं। गांव - गांव कस्बे- कस्बे में कम्पनी द्वारा प्राइवेट कर्मचारियों को वसूली में लगाया गया है जिन्हें प्राइवेट तरीके से पैसे देकर बिजली बिल वसूली के काम पर लगाया गया है लेकिन अब इन बेरोजगार युवकों की मजबूरी का फायदा उठा कर प्राइवेट कंपनी के सुपरवाइजरों द्वारा इनका शोषण कर अवैध वसूली किया जा रहा है।

युवकों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सुपरवाइजर, द्वारा क्षेत्र में लोगों से अवैध वसूली फर्जी तरीके से करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और प्रत्येक हैंडविलिंग वर्करों से तीस से चालीस हजार रुपए माहवारी मांगी जाती है जो भी वर्कर इस पैसे को नहीं दे पाता उसकी आई डी बंद करने व प्राइवेट कंपनी से निकालने की धमकी दी जाती है और जो वर्कर पैसे दे देता है उसकी ही आईडी चालू की जाती है।

बेरोजगार युवकों ने एन शॉफ्ट प्राइवेट कंपनी के ठेकेदार व प्राइवेट सुपरवाइजरों पर आरोप लगाया है कि अगर मामले की जाँच हुई तो संबंधित ठेकेदार व प्राइवेट सुपरवाइजरों का जेल जाना पड़ सकता है। प्राइवेट वर्करों ने जिले के विभागीय अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।

रिपोर्टर

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