फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर हार्वेस्टर मालिक के साथ पदाधिकारियों की बैठक

बैठक में फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए अधिकारियों ने किसानों से की अपील 

 चांद (कैमूर)।।  प्रखण्ड मुख्यालय के सभा कक्ष में जिलाधिकारी के निर्देश पर  फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर हार्वेस्टर मालिक एवं पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता बरून्जय सिंह वरीय उप समाहर्ता एवं संचालन बीएओ राजनारायण झा ने किया। बैठक में प्रभारी सह वरीय उप समाहर्ता बरूंजय सिंह  ने हार्वेस्टर मालिकों से अपील किया की गेंहू की कटाई करते समय किसानों को डण्ठल जलाने के लिए रोकेगें। उन्होंने ने कहा कृषि विभाग के एस एम एस एवं किसान सलाहकार को निर्देश दिया की फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान से अवगत कराये। अंचलाधिकारी नागेंद्र कुमार ने कहा कि किसान गेहूं फसल अवशेष जलाने से बचे। उन्होंने ने कहा कि खेतों में फसल अवशेष जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण हो जाती है। फसल अवशेष जलाने  से होने वाले नुकसान को विस्तार से बताते हुए प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी राजनारायण झा ने कहा कि फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण को नुकसान होता है उन्होंने ने पर्यावरण दूषित होता है ।  बीएओ ने कहा अवशेष जलाने से लोगों को श्वांस की बिमारी होती है। उन्होंने ने कहा कि अवशेष जलाने से लोगों कई परेशानी होती है। बैठक में हार्वेस्टर मालिकों ने कहा की भूसा बनाने के लिए अनुदानित मशीन कारगर नहीं है। मालिकों ने कहा कि अवशेष जलाने से रोकने के लिए किसानों को सुविधा दिया जाना चाहिए। बैठक में हार्वेस्टर मालिक  सुनील कुमार सिंह  घनश्याम सिंह किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रतिनिधि कृषि समन्वयक किसान सलाहकार

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