पीएचसी हरहुआ सहित फील्ड कर्मचारियों की सुरक्षा की जरूरत की उठी मांग

वाराणसी  ।। हरहुआ जिस तरह से स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार व पत्थर मारे जाने और तोड़ -फोड़ किये जाने की घटनाएं बढ़ी है ऐसे में हर कर्मचारी डरा सहमा येन-केन ड्यूटी कर रहा है। पीएचसी हरहुआ पर 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को टीकाकरण के लिए आन लाइन समय दिया गया उसी बीच पंचायत मतगणना में कोरोना निगेटिव के रिपोर्ट बनवाने की उमड़ी भीड़ ने अस्पताल कर्मियों को गाली-गलौज व नारेबाजी करते हुए तोड़ फोड़ किया।वहीं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम हरहुआ के चिकित्सक शैलेंद्र कुमार,सहयोगी आशा कार्यकर्ता व चालक के ऊपर गाली गलौज के साथ कठवतिया शिवपुर में पत्थर फेंककर मारने का प्रयास किया गया वहीं लमही उप स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया जो निंदनीय घटना है। जान बचाकर निकल किसी तरह से अपनी रक्षा स्वास्थ्य कर्मियो को करना पड़ रहा है। उ0 प्र0 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, मुख्य सचिव लखनऊ ,प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ,पुलिस महानिदेशक लखनऊ , पुलिस कमिश्नर वाराणसी व सीएमओ वाराणसी से लिखित गुहार लगाई है।चिकित्सक टीम ने शर्मनाक घटना सम्बन्धी मुकदमा शिवपुर थाने में दर्ज करा दी है।ऐसे में चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ0 ए0 जावेद ,मीडिया प्रभारी डॉ0 नदीम अली व संजय भारती, जिला प्रवक्ता श्री मति पूजा राय, डॉ0अरविंद ,डॉ0 शैलेन्द्र ,डॉ0 विनोद मौर्य ,डॉ0 राजकुमार ,फार्मासिस्ट अनुराग तिवारी, बीपीएम बसन्त लाल श्रीवास्तव समेत अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ ने सभी पीएचसी ,सीएचसी व फील्ड कर्मियों के सुरक्षा की मांग की है। लगातार कोरोना संक्रमण के चपेट में आ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को चिकित्सकीय राहत प्रदान किये जाने पर जोर दिया। 18 वर्ष के ऊपर लग रहे टीकाकरण की भीड़,पंचायत चुनाव में तैनाती से पीड़ित स्वास्थ्य कर्मचारी को राहत की जरूरत पर जोर दिया है। शर्मनाक घटना से कर्मचारियों का मनोबल टूटने लगा है। ऐसे में कभी भी स्वास्थ्य कर्मी कार्य से विरत हो सकते हैं।

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