बच्चों के साथ साथ महिलाओं ने भी जाना हाथ धोने के फायदे

बक्सर ll भाग दौड़ से भरी जिंदगी में छोटी छोटी गलतियों के कारण आज कल बच्चे बीमारियों की चपेट में आ जा रहे हैं। जिसके कारण उनमें पोषण की कमी हो रही है और वे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। बीमारियों से बच्चों को बचाने और उन्हें स्वस्थ रखने के लिए जहां पौष्टिक भोजन की आवश्यकता है, वहीं उन्हें साफ सफाई के लिए भी जागरूक करना अनिवार्य है। इसके लिए उनमें छोटी छोटी आदतों को विकसित करना होगा। जिसकी सबसे पहली सीढ़ी है बच्चों को साबुन से ठीक तरीके से हाथों की सफाई करने की आदत लगानी होगी। हाथों की नियमित सफाई न केवल बच्चों के लिए जरूरी है, अपितु बड़ों को भी यह उतना ही महत्वपूर्ण है। इसी उद्देश्य सिमरी प्रखंड में बीते दिनों सीडीपीओ संगीता कुमारी के नेतृत्व में संध्या चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें  लोगों को एनीमिया के अलावा बच्चों व महिलाओं में कुपोषण जनित गंभीर बीमारियों और उसके बचाव  के संबंध में जानकारी दी गयी। साथ ही, बच्चों-वृद्धजन तथा महिलाओं व पुरुषों को सही तरीके से हाथ की धुलाई करने के तरीके भी बताए गये। इस दौरान सभी ने नियमित रूप से हाथों की सफाई करने का संकल्प भी लिया।


सामूहिक बदलाव के उद्देश्य से हाथ धोने के लिए लोगों को किया गया जागरूक :

सिमरी सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया, एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) विभाग ने स्वच्छता एवं साफ-सफाई को पोषण अभियान के पांच सूत्रों में शामिल किये हैं। जिसके तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हाथ धुलायी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है। लेकिन, राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान सामूहिक बदलाव के उद्देश्य से हाथ धोने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान बच्चों को भोजन करने से पहले व बाद में तथा शौच के बाद साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित किया गया। दरअसल यह स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का ही हिस्सा है। हाथ की धुलाई से बीमारियों से बचा जा सकता है और यह बेहतर स्वास्थ्य की ओर एक अच्छी पहल है। हर व्यक्ति को स्वास्थ्य के प्रति इन छोटी-छोटी बातों के प्रति सजग होना चाहिए, ताकि हम एक स्वास्थ समाज का निर्माण कर सकें।


कई चीजों को छूने के कारण हाथों में रह जाते हैं कीटाणु :

सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया, हाथ धोना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। साथ ही, हाथ धोना स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी है। कोरोनकाल में संक्रमण से बचने के लिये नियमित रूप से हर व्यक्ति को स्वास्थ्य की छोटी-छोटी बातों को ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने बताया, दिन में कई चीजों को छूते हैं, जिससे कीटाणु हाथ में रह जाते हैं। हाथ धोने के लिए हर बार साबुन का प्रयोग करें विशेषकर बच्चों को खेल के उपरांत, स्कूल से आने के बाद शौच के बाद किसी संक्रमित रोगी के सम्पर्क या हाथ मिलाने के बाद कोई भी वस्तु न खाएं। खाने से पूर्व हाथ साबुन से धोने की आदत डालना चाहिए। उन्होंने बताया, सभी को कम से कम 20 सेकंड तक हाथ अवश्य धोना चाहिए। हाथ पानी से गीले करें साबुन लगाकर 20 सेकंड तक हाथों को एक-दूसरे पर रगड़ें। इस प्रक्रिया में हाथ के साथ हथेली, पीछे का हिस्सा, उंगलियां और नाखून के आस-पास अच्छे से रगडें उसके बाद पानी से हाथ धोएं और स्वच्छ कपड़े से हाथ पोछें।


हाथों की गंदगी के कारण फैलने वाली बीमारियां :

• डायरिया

• गैस्ट्रोएंट्राइटिस

• दस्त

• हैज़ा

• टाइफॉइड

• हेपेटाइटिस ए और ई

• पीलिया

• एच 1 एन 1


इन कामों के बाद हाथों को धोना अनिवार्य :

• टीवी या एसी का रिमोट, दरवाज़े की कुंडी, कंप्यूटर के की-बोर्ड या मोबाइल के इस्तेमाल के बाद हाथ धोएं

• खांसने, छींकने या नाक साफ़ करने के बाद हाथ धोएं

• शौच के बाद हाथ अच्छी तरह से साफ़ करें

• खाना पकाने या खाने से पहले हाथ जरूर धोएं

• आंख, नाक और मुंह को छूने से पहले हाथ धोएं

• खाना पकाने, परोसने और खाने से पहले व शौच के बाद हाथ धोने चाहिए

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