अज्ञात लाशों को ढोने तक सीमित रह गई कौशांबी पुलिस

कौशाम्बी ।। हत्या करके लाश ठिकाने लगाने का मुफीद स्थान कौशांबी बन गया है सुरक्षा के नाम पर पूरी रात पुलिस गश्त करती है हंड्रेड डायल की गाड़ियां भी रात भर सड़क पर हूटर बजाती है लेकिन उसके बाद भी लाश लेकर आने वाले वाहन और गिरोह के सदस्य लाशों को ठिकाने लगाकर आसानी से बाहर निकल जाते हैं पुलिस हाथ मलती रह जाती है आखिर निर्दोषों की हत्या करने वाले गिरोह के सदस्य के हाथ कितने लंबे हैं उन्हें किसका संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते अज्ञात लाश फेंकने वाले गिरोह के सदस्य तक पुलिस के लंबे हाथ नहीं पहुंच पाते हैं इस जिले में लाश फेंकने का सिलसिला नहीं रुक रहा है एक लाश को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस भेज कर उसकी जांच पड़ताल शुरू नहीं कर पाती कि दूसरी लाश फिर अज्ञात मिलने की जानकारी सार्वजनिक हो जाती है और अज्ञात लाशों के मामले में हत्याकांड का खुलासा करना हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेज देना तो पुलिस के लिए दूर की बात है पुलिस तमाम अज्ञात लाशों की शिनाख्त भी नहीं कर पाती है यह पुलिस व्यवस्था पर बड़ा सवाल है

पूर्व में मिली तमाम अज्ञात लाश की शिनाख्त कर उनका खुलासा पुलिस नहीं कर पाई बीती रात फिर पिपरी थाना क्षेत्र के दुर्गापुर गांव के बाहर एक युवक की हत्या कर लाश फेंक कर गिरोह के सदस्य फरार हो गए है घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई मृतक युवक के शव में गले मे रस्सी का फंदा और शरीर मे चाकू से हमला होने के निशान मिले है मृतक युवक की उम्र लगभग 35 वर्ष बताया जाता है चाकू के निशान के साथ गला घोटने की जानकारी के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि युवक का हमलावरों से संघर्ष भी हुआ है इसके पहले भी इस जिले में ट्रक चालकों और खलासी को अगवा कर उनकी हत्या कर ट्रक लूटने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने लूट कांड का खुलासा किया था है कई मामलों का खुलासा पूर्व में पुलिस ने कर गिरोह के सदस्यों को जेल भेज दिया इन दिनों गिरोह के सदस्य जेल से बाहर है छूटने के बाद कुछ दिनों के लिए गिरोह के सदस्यों ने ठिकाना बदल दिया था लेकिन इधर 2 वर्षों से फिर जिले में अज्ञात लाशें मिलने का सिलसिला तेजी से शुरू है और सभी मौत के तरीके एक तरह के दिखाई पड़ते हैं जिससे यह लगता है कि किसी एक गिरोह के सदस्य इन घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो रहे हैं

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