ग्राम पंचायत सचिव द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए माननीय के दरबार में टेका मत्था।

कौशाम्बी ।। जनपद के नेवादा विकासखंड के रामपुर व बरौलहा ग्राम पंचायतों में कार्यरत ग्राम पंचायत सचिव कि भ्रष्टाचार की जांच उच्च अधिकारियों द्वारा  किए जाने के बाद ग्राम पंचायत सचिव को अपने काले कारनामे उजागर होने का भय डरा रहा है। ग्राम पंचायत सचिव को अपने काले कारनामे से भयभीत होना पड़ गया है जिस कारण से ग्राम पंचायत सचिव ने सत्ता में आसीन एक माननीय के दरबार में पहुंच कर चरण स्पर्श करते हुए अपने द्वारा किए गए भ्रष्ट काले कारनामे को छुपाने की गुहार लगाई है । आपको बता दें नेवादा विकासखंड के ग्राम बरौलहा मैं मनरेगा से पंचायत भवन का व नाला निर्माण  कार्य कराया गया था जिस निर्माण में ग्राम पंचायत सचिव द्वारा लाखों रुपए का सरकारी धन गमन कर लिया गया है व 14 व वित्त से गौशाला का जगनेटर का हजारों में सरकारी धन का गमन किया गया है वहीं पर ग्राम पंचायत रामपुर में मनरेगा से बनाई गई पंचायत भवन मे लगाए गए साइन बोर्ड गेट व टाइल्स का लाखों रुपए गमन कर लिया गया है। जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को हुई तो उसकी जांच पड़ताल करना शुरू किया तो जांच पड़ताल के दौरान ग्राम पंचायत सचिव की बहुत सी खामियां सामने देखने को मिली जिससे स्पष्ट तौर पर यह प्रतीत हो रहा है कि सभी सरकारी योजनाओं में कई लाख रुपए का गमन ग्राम पंचायत सचिव द्वारा किया गया है ।  जिसको उच्च अधिकारियों द्वारा बिना नजरअंदाज किए हुए ग्राम पंचायत सचिव को नोटिस भी दी गई है । जिससे भयभीत होकर ग्राम पंचायत सचिव एक माननीय के चौखट में पहुंचकर साष्टांग दंडवत करते हुए अपने द्वारा किए गए काले कारनामे को छुपने की गुहार लगाई है। अब देखना यह है कि माननीय जी ग्राम पंचायत के विकास के लिए आने वाले सरकारी धन के गमन करने वाले ग्राम पंचायत सचिव का बचाव करते हैं । या सरकारी धन गमन करने वाले दोषी के कारनामों की सजा तय कराते हैं।

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