प्रभारी मंत्री के निर्देश के बाद भी नही सुधरी जिले मे सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था

अस्पताल के बाहर पूरे दिन मरीज करते रहे इंतजार नहीं पहुंचे चिकित्सक

कौशांबी ।। जिले में सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है बुधवार को कलेक्ट्रेट की मीटिंग में प्रभारी मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने स्पष्ट शब्दों में जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि जो चिकित्सक सरकारी अस्पताल में समय से ड्यूटी नहीं दे रहे हैं उन्हें बर्खास्त कर दिया जाए प्रभारी मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय के निर्देश के दूसरे दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चरवा की हकीकत देखने का प्रयास किया गया तो दोपहर 1:30 बजे के बाद तक सरकारी अस्पताल में एक भी चिकित्सक नहीं पहुंचे थे अस्पताल के बाहर मरीज चिकित्सक के आने का इंतजार कर रहे थे इस सरकारी अस्पताल के चिकित्सक की अनुपस्थिति का यह पहला दिन नहीं है यहां प्रत्येक दिन चिकित्सक गायब रहते हैं इसके अलावा भी दर्जनों सरकारी अस्पतालों में पूरे दिन चिकित्सक नहीं पहुंचे हैं

सरकारी अस्पतालों से चिकित्सकों के गायब रहने के बाबत जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि अस्पताल में चिकित्सक पहुंचते हैं कभी किसी कारण से चिकित्सक नहीं पहुंचे होंगे तो उन्हें बर्खास्त नहीं किया जा सकता है मुख्य चिकित्सा अधिकारी गायब चिकित्सकों की तरफदारी करते देखे गए हैं सूत्रों की मानें तो सरकारी अस्पतालों से वेतन लेने के बाद गायब रहने वाले चिकित्सकों से स्वास्थ्य विभाग का एक चर्चित लिपिक द्वारा प्रत्येक महीने मोटी रकम वसूली जा रही है ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सकों से वसूली का यह खेल पुराना है और जो नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी आता है वसूली में लिप्त बाबू चिकित्सकों के कारनामों के बारे में नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हकीकत बात बता कर वसूली की बात समझा देते हैं जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ठंडे पड़ जाते हैं आखिर प्रभारी मंत्री के निर्देश के बाद भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने के उद्देश्य से अस्पताल के गायब रहने वाले चिकित्सकों पर कठोर कार्यवाही क्यों नहीं किया है आखिर योगी सरकार और उनके मंत्रियों का आदेश कौशांबी में कब लागू होगा यह स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर बड़ा सवाल उत्पन्न हो रहा है

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