कोविड से संक्रमित मरीजों की सेवा कर अब टीका देकर लोगों को सुरक्षित कर रही हैं अनिता

• नियमों का पालन करते हुए आठ माह से प्रतिदिन लोगों को दे रही हैं टीका, नहीं हुई संक्रमित

• अब तक लाभुकों को लगा चुकी हैं 40 हजार से अधिक टीके की डोज


बक्सर ।। कोविड काल की शुरुआत से स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण की संभावना के बीच लोगों की सेवा में डटे हैं। इस बीच जब संक्रमण आपका प्रसार अपनी चरम था, तब लोग डर के कारण अपने घरों तक सीमित हो गए। लेकिन, स्वास्थ्य कर्मी व फ्रंट लाइन वर्कर तमाम मुश्किलों व परेशानियों के बीच भी अपने दायित्वों का निर्वहन करने से डिगे नहीं। बात चाहे संक्रमित मरीजों की सेवा का हो या फिर वैक्सीनेशन कि, हर मोर्चे पर उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों में से एक हैं सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एएनएम अनिता पाल। जिन्होंने संक्रमण काल की शुरुआती दिनों में कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में संक्रमित मरीजों की सेवा की, बल्कि अब लोगों को टीकाकृत कर उन्हें संक्रमण के प्रभाव से बचाने में जुटी हैं।


शुरूआत में लगता था डर :

एएनएम अनिता पाल में बताया, बीते वर्ष जब जिले में कोरोना का संक्रमण फैल रहा था, तब उनकी प्रतिनियुक्ति जिला मुख्यालय स्थित कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में की गई थी। उस समय कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर कई भ्रांतियां व अफवाह फैली हुई थी। जिसको लेकर वे चिंतित रहती थी। लेकिन, विभाग द्वारा दी गयी जिम्मेदारी का निर्वहन करना भी जरूरी था। ऐसे में उन्होंने वरीय चिकित्सकों से संक्रमण से बचाव की जानकारी ली और विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन्स को पढ़ने लगी। नियमों का पालन करने से धीरे धीरे उनके दिल से संक्रमण का डर तो खत्म हो गया। जिसके बाद वे दूसरों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करने लगीं।


अब तक हजारों लोगों को दे चुकी हैं टीका :

एएनएम अनिता पाल ने बताता, कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के बाद उनकी प्रतिनियुक्ति सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर संचालित टीकाकरण सत्र स्थल पर की गई। जहां उनके आठ माह हो चुके हैं। इस बीच प्रतिदिन उन्हें लोगों को कोविड टीके की डोज देने की जिम्मेवारी मिली। कोविड के सामान्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, यहां भी वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में डटी रहीं। अब तक उन्होंने 40 हजार से भी अधिक लोगों को कोविड की डोज लगाई है। उन्होंने बताया, पहले लोगों को टीके की डोज देने के पूर्व काफी समझाना पड़ता था, लेकिन लोगों में जागरूकता बढ़ी है। अब लोग बिना झिझक के टीके की डोज लेते हैं।

 

ड्यूटी में तैनात रहते हुए भी नहीं हुईं संक्रमित :

सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सक डॉ. सुधीर कुमार ने बताया, अनिता ड्यूटी के दौरान कोविड के सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करती हैं। ने केवल स्वयं दूसरों को भी नियमों का पालन करने के लिये टोका करती हैं। जिसके कारण कोविड काल में वे अब तक संक्रमित नहीं हुई हैं। जो काफी सराहनीय है। वहीं, अनिता पाल का कहना है कि बात ड्यूटी के दौरान की हो या उसके बाद घर जाने की, दोनों जगह उन्होंने नियमों का पालन किया। अस्पताल से घर जाने के बाद भी वे सावधानी बरतती थी। ताकि, घर के अन्य सदस्य संक्रमण के प्रभाव से बचे रहें। उन्होंने प्रखण्ड वासियों से निर्धारित समय पर अपना टीका लेने की अपील की। कहा कि टीका लेने के बाद भी मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करें।

रिपोर्टर

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