उपोषण कर्ताओ में एक कि बिगड़ी हालात , अस्पताल।में भर्ती


कल्याण डोम्बिवली मनपा का अजब कारबार

नेता जनप्रतिनिधि मौन, नागरिक त्रस्त

कल्याण : कल्याण में नागरी सुविधाओं की अव्यवस्था के विरोध में में 4 दिनों से अनशन पर बैठे नागरिकों की सुनवाई न होने से यहां के जनमानस में तीव्र असंतोष फ़ैल गया है। चौथे दिन की शाम को अनशन पर बैठे जितेंद्र मिश्रा की तबियत अचानक ज्यादा खराब हो जाने के कारण आनन फानन में एम्बुलेंस बुलाकर एडमिट कराया गया। 

मुंबई  महानगर से सटा  कल्याण शहर को प्रधानमंत्री की योजना के अनुरूप स्मार्ट सिटी के लिए चिन्हित किया गया है. परन्तु हकीकत में यहां नागरी सुविधाओ की बड़ी अव्यवस्था है-जैसे  दूषित पानी मिलना , सड़को पर खून गड्ढों का साम्राज्य, , फुटपाथ का न होना, स्वास्थय  से संबंधित सुविधाओ का न होना, गार्डेन का अभाव , ट्रैफिक की  समस्या, जगह जगह कूड़े का अंबार इत्यादि । इन्ही समस्याओं से जूझते जूझते इसके निराकरण हेतु कल्याण के जागरूक नागरिकों ने अधिकारियों को कई बार ज्ञापन दे सुधार का निवेदन किया व कभी कभार प्रदर्शन भी किया परन्तु नतीजा कुछ नहीं निकला.  अतत: थक हार कर अपनी बात उच्च अधिकारियों के कानों  तक पहुंचाने  के लिए  आमरण अनशन का फैसला लिया  । विनोद तिवारी, जितेंद्र मिश्रा, ठाकुर अमिताभ सिंह, कल्याण ईस्ट में एवम श्रीनिवास घाणेकर जैसे साथी व् अन्य नागरिक गण कल्याण पश्चिम  में आमरण अनशन पर बैठे हैं पिछले चार  दिनों से अनशन  पर बैठे हुए है लेकिन अनशन करते हुए चार  दिन गुजरने के बाद भी केडीएमसी के अधिकारी आंख कान बन्द कर बैठे है।  वहीं समाज के सभी वर्गों से इन अनशनकारियों को जन समर्थन मिल रहा है।  पर आश्चर्य यह कि न तो राजनीतिक दल के नेता ,स्थानीय नगरसेवक या प्रशासनिक अधिकारी की नींद टूटी है। जनता से मिलने वाले जन समर्थन से कल शाम 7 बजे काटेमानवली नाका से कल्याण ईस्ट उपोषण स्थल  तक मानव श्रंखला बनाये जाने की चर्चा है ।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट