
राम विवाह के सुन्दर कथा पर भाव विभोर हुए श्रोता
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Mar 31, 2022
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कैमुर चांद ।। प्रखंड भरारी कला पंचायत में बसहा गांव में संगीतमय श्रीराम कथा के पांचवे दिन राम विवाह की संगीतमय कथा सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गये। प्रसिद्ध कथा वाचक बाल व्यास अशोका नंद जी महाराज ,( काशी उत्तर प्रदेश) बसहा गांव में हजारों संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को अपने मंत्रमुग्ध कथा का रसपान करा रहे थे। कथा को सुनने के बाद राम भक्त पुरी श्रद्धा से जै श्रीराम की जोर जोर जयकारे लगा रहे थे। श्रीराम राम चरित सेवा समिति बसहा के द्वारा नौ दिवसीय संगीत मय राम कथा का आयोजन कराया जा रहा है। पिछले 14 साल से समिति के संयोजक अमलेश कुमार के द्वारा लगातार रामकथा का आयोजन कराया जा रहा है। ग्रामीणों के सहयोग से रामकथा में देश के कोने-कोने से कथा वाचक एवं साधू संत आते हैं। कथा को सुनने के लिए उत्तर प्रदेश एवं बिहार के हजारों राम भक्त रात्रि ग्यारह बजे तक पंडाल में जमे रहते हैं। शाम आठ बजे कथा शुरू करने के पहले मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री ब्रज किशोर बिन्द ने कथा वाचक का सम्मान किया ।राम कथा के पांचवे दिन बाल व्यास अशोका नंद जी ने राम विवाह प्रसंग पर कथा शुरू किया। सब सुत प्रिय मोहि प्रान कि नाई । राम देत नहिं बनइ गोंसाई।।मुनि विश्वामित्र जी दशरथ से राम लक्ष्मण को मांगने लगे तो राजा दशरथ ने कहा मुनि श्रेष्ठ सभी पुत्र एक समान है लेकिन राम को देते नहीं बनता है।बाल व्यास ने राजा दशरथ पुत्र के प्रति प्रेम का सुंदर चित्रण किया है व्यास ने कथा इतना मार्मिक था श्रोताओं के नयन में आंसू आ गए। चौथे पन पायउं सुत चारी। बिप्र बचन नहीं कहेहु बिचारी।। तुलसी दास की चौपाई संगीत मय कथा को सुनकर श्रद्धालुओं में मुग्ध हो गये। प्रसिद्ध कथावाचक बाल व्यास अशोका नंद जी ने अपने मनमोहक बाणी से पुरे पांडाल को राममय कर दिया। श्रोताओं ने श्रीराम जै राम जै जै राम का भजन करने लगे। राम विवाह का कथा होने के चलते महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। महिलाएं साड़ी कपड़े फल फूल आदि लेकर भक्त पुरी श्रद्धा से आये हुए थे।
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