भाषायी मर्यादा भूले सांसद निशिकांत दुबे, एफआइआर दर्ज होने के बाद खोया आपा, ट्विटर पर डीसी के साथ अमर्यादित भाषा का किया प्रयोग

झारखंड ।। गोड्डा लोकसभा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे भाषायी मर्यादा भूल गए हैं। सांसद दुबे और उनके दो बेटों और समर्थकों पर देवघर एटीसी में जबरन प्रवेश के मामले में हुए एफआइआर के बाद उन्होंने अपना आपा खो दिया। हालात इतने बिगड़े कि सांसद ने ट्विटर पर डीसी के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। अब सवाल यह है कि निशिकांत दुबे डीसी मंजूनाथ भजंत्री के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग क्यों कर रहें है? इस भाषायी नग्नता के साथ निशिकांत दुबे क्या साबित करना चाहते हैं? यह बेहद आपत्तिजनक है और अपराध भी।  निशिकांत दुबे के बेटों और समर्थकों को यह अधिकार किसने दे दिया कि वो सुरक्षा के मामले में संवेदनशील स्थान में प्रवेश कर सकें? दूसरी बात, जबरन अनुमति लेने के कारण अगर कुछ हादसा हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता? एक ऐसे अधिकारी पर सांसदी का धौंस जमाना जो कि अपना काम जिम्मेदारी से कर रहा है, बेहद निंदनीय है। वैसे तो आजकल के नेताओं से शुचिता को उम्मीद तो बेईमानी है। लेकिन सांसद के पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा किसी के साथ इस तरह का भाषायी व्यवहार निंदनीय और अशोभनीय है।

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