मृत्यु भोज का किया गया बहिष्कार गांव में बच्चों को पढ़ने के लिए लुसेंट

भभुआ कैमूर ।। ग्राम मझुई ,प्रखंड चैनपुर (कैमूर) के राजमुनि राम के माता  तेतरी देवी के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता तेतरी देवी के पुत्र श्री राजमुनी राम तथा संचालन श्री जय शंकर राम जिला समन्वयक विकास मित्र संघ कैमूर सह प्रदेश प्रवक्ता विकास मित्र संघ बिहार ने किया।श्रद्धांजलि सभा के मुख्य अतिथि मा0 कवि श्याम लाल दास  प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन बिहार। विशिष्ट अतिथि के तौर पर मा0 आर के गौतम जी पूर्व जिला अध्यक्ष बामसेफ कैमूर , जयमुनि सिंह मौर्य, विपिन सिंह मौर्य, वीरेंद्र सिंह बीडीसी, अजय सिंह मौर्य शामिल हुए तथा  श्रद्धांजलि सभा  को संबोधित किया ।तेतरी देवी के पुत्र राजमुनि राम  ने एक ऐसा साहसिक निर्णय लिया है, जो न केवल अंधविश्वास की बेड़ियों को तोड़ने वाला है, बल्कि भोज के नाम पर कर्ज के बोझ से भी  निजात मिला. राजमूनी ने अपने घर परिवार तथा रिश्तेदार से  मिलकर  तय किया  अपनी माता जी के निधन पर वे न तो मृत्यु भोज करेंगे और न ही किसी तरह का कर्मकांड ही करेगे।

मृत्यु भोज अन्य कर्मकांड के बदले मे अपने गांव के गरीब छात्र/ छात्राओं को पढ़ने के लिए लुसेंट सामान्य ज्ञान , भारतीय संविधान का निर्माता बोधिसत्व डॉ बी आर अंबेडकर साहब के द्वारा रचित संविधान, तथा बाबा साहब का तस्वीर भी  वितरण किया ।

विशिष्ट अतिथि आर के गौतम जी पूर्व जिला अध्यक्ष बामसेफ कैमूर ने कहा कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पिएगा वह वो दहाड़ेगा।  उन्होंने बाबा साहब के बताए तीन मूल मंत्रों को शिक्षित बनो, संगठित हो , संघर्ष करो के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

संचालन कर रहे श्री जय शंकर राम ने कहां की  मृत्यु भोज समाजिक कलंक के साथ साथ अभिसाप है।  इस कुप्रथा के खिलाफ हम सभी को आगे आकर आवाज उठाने की जरुरत के साथ जागरूक करना होगा। स्वर्गीय तेतरी देवी के पति दुखीराम,  पुत्र कैलाश राम, बाबूलाल राम, मदन राम, ददन राम ,राजमणि राम , पंचायत रोजगार सेवक धर्मेंद्र कुमार, सुरेंद्र राम, अनिल कुमार, ज्योतिष कुमार आदि सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।

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