टोरेंट पावर के मुद्दे पर मुख्यमंत्री जानबूझ कर रहे है अनदेखी

पूर्व विधायक रूपेश म्हात्रे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर लगाया सीधा आरोप

भिवंडी।। भिवंडी शहर और ग्रामीण इलाकों में बिजली वितरण करने वाली टोरेंट पावर कंपनी के मनमाने प्रबंधन से व्यवसायियों सहित नागरिकों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली सप्लाई करने वाली टोरेंट पॉवर कंपनी को शहर से बाहर करने के लिए कई बार मोर्चा व आंदोलन किया जा चुका है जब मैं विधायक था तो मैंने विधान सभा की सीढ़ियों पर टोरेंट पावर कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।तत्कालीन पालक मंत्री और आज के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद तख्ती लेकर शामिल हुए थे। लेकिन आज शिंदे खुद मुख्यमंत्री हैं अगर मुख्यमंत्री फैसला कर लें तो भिवंडी से टोरेंट को तुरंत हटाया जा सकता है। शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के पूर्व विधायक और महाविकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष रूपेश म्हात्रे ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जानबूझकर टोरेंट पॉवर कंपनी के मुद्दे को नजरअंदाज किया है। शिवसेना मध्यवर्ती कार्यालय में पूर्व विधायक म्हात्रे टोरेंट पावर के खिलाफ सर्वदलीय महाविकास संघर्ष समिति द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सांसद सुरेश टावरे, ठाणे जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष दयानंद चोरघे, राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गट के भिवंडी शहर अध्यक्ष शोएब खान गुड्डु, शिव सेना के जिला प्रमुख मनोज गगे, संघर्ष समिति के पदाधिकारी अरुण पाटिल, शरद पाटिल, अशोक पाटिल आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। 

पूर्व विधायक रूपेश म्हात्रे ने कहा कि महाविकास संघर्ष समिति 1 सितंबर की दोपहर में छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से न्यू कनेरी स्थित टोरेंट पावर कार्यालय तक एक मोर्चे का आयोजन करने जा रही है। हमारी लड़ाई सरकार के साथ-साथ टोरेंट पावर के मनमाने संचालन के खिलाफ है इसलिए हम सड़क पर लड़ाई लड़ रहे है। भिवंडी के लोगों को न्याय देने के लिए सरकार और अदालत में भी लड़ाई लड़ी जायेगी। म्हात्रे ने यह भी कहा कि हम लड़ेंगे और भिवंडी से टोरंट को बाहर निकालेंगे। देवेन्द्र फड़नवीस जो राज्य के उपमुख्यमंत्री और बिजली मंत्री हैं जब वह विपक्ष के नेता थे तो दूसरे राज्यों में बिजली के बिल कम होने और मुफ्त बिजली की बात जोर-शोर से किया करते थे। लेकिन अब वे खुद बिजली मंत्री है तो भिवंडी के नागरिकों को अब टोरेंट पावर से क्यो मुक्ति नहीं दिला रहे हैं।

कांग्रेस पर हमेशा यह आरोप लगा कि भिवंडी में टोरेंट पावर कंपनी कांग्रेस काल में आयी थी लेकिन राज्य में जब तक कांग्रेस सत्ता थी तो टोरेंट पॉवर कंपनी पर नियंत्रण रखती थी लेकिन 2014 के बाद जब से राज्य में भाजपा सत्ता में आयी है, टोरेंट पावर पर भाजपा का नियंत्रण नहीं है। सरकारी तंत्र टोरेंट के मनमाने प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है इस प्रकार का आरोप कांग्रेस पार्टी के ठाणे जिला अध्यक्ष दयानन्द चोरगे ने किया है।

रिपोर्टर

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