पीड़िता ने एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी से लगाई न्याय की गुहार

आजमगढ़: रानी की सराय थाना क्षेत्र के दिलौरी गांव में एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता कुसुमलता पर हमला किया गया है।  कुसुमलता का आरोप है कि गांव के जगधारी, लालजीत, श्यामराज, इन्द्र देव, कन्हैया, राजवीर, शनी, सौरभ, मनोज, सनोज और विजयलक्ष्मी ने उनके घर पर हमला किया और धमकी दी। 

कुसुमलता ने बताया कि उनका गांव के कुछ लोगों से जमीनी विवाद चल रहा है।  दिनांक 20 जून 2024 को रात करीब 8 बजे उक्त लोगों ने उनके घर पर आकर गालियां दी, घर में घुसकर धक्का-मुक्की की और जान-माल की धमकी दी।  उन्होंने कहा कि श्यामराज की लड़की भागने के मामले में फंसाने की धमकी भी दी गई। 

कुसुमलता ने बताया कि शोर मचाने पर गांव वाले आ गए तो हमलावर भाग गए।  जाते समय उन्होंने धमकी दी कि कुसुमलता के पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजवा देंगे और उनकी छवि खराब कर देंगे। 

पीड़ित लड़की का बयान:

पीड़ित लड़की संजना (श्यामराज की पुत्री) ने बताया कि वह 15 मई 2014 को अपने माता-पिता से नाराज होकर प्रिंस के साथ मुंबई गई थी।  वह मुंबई में प्रिंस के साथ कुछ दिन रही और 19 मई 2014 को प्रिंस से शादी कर ली।  11 जून 2024 को वह अपनी मर्जी से प्रिंस के साथ मऊ स्टेशन पर आई और उसके बाद आजमगढ़ में आई।  प्रिंस उसे छोड़कर अपने नानी के घर चला गया और संजना को भी अपने नानी के घर ले जा रहे थे, लेकिन वह नहीं गई।  संजना आजमगढ़ में एक अन्जान महिला के घर पर रुकी थी।  सुबह उसे कुसुमलता मिली और कुसुमलता ने उसे थाना रानी की सराय जाने के लिए कहा।  कुछ समय बाद पुलिस आई और संजना को थाने ले गई। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।

रिपोर्टर

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