नेत्रहिनों के लिए विभागों में लगे नेम प्लेट में घोटाला

1408 रूपये में 8×8 इंच की लगाई गई एक नेम प्लेट

भिवंडी। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका के समाज विभाग का एक और घोटाला प्रकाश में आया है। दिव्यांग व दृष्टिहीन व्यक्तियों के संबंधित विभाग की जानकारी हेतु विभागों के मुख्य द्वार पर ब्रेल लिपि ( नेत्रहीनों को पढ़ने और लिखने में छूकर व्यवहार लायी जानी वाली लिपि) व मराठी भाषा में 8×8 इंच का नेम प्लेट लगाया गया है।इसके लिए विभाग ने कांदिवली मुंबई के सूर्या रिटेल्स नामक कंपनी को एक लाख 96 हजार 750 रूपये में ठेका दिया है। ठेकेदार पालिका मुख्यालय के विभिन्न विभागों के मुख्य द्वार पर स्टील चादर की  8×8 चौ.इंच की 68 नेम प्लेट,स्वच्छतागृह के प्रवेश द्वार पर 28 नेम प्लेट,सीढ़ियों के जीने पर 21,सभागृह के प्रवेश द्वार पर 8 और मनपा के नागरी आरोग्य केन्द्रों पर 17 कुल 142 नेम प्लेट दीवार में लगाया है। एक प्लेट पर 1408 रूपये खर्च कर दीवारों पर कुल 142 नेम प्लेट लगाई गई है। 

पालिका सुत्रों की माने तो पालिका मुख्यालय सहित प्रभाग समिति क्रमांक एक से पांच कार्यालय,नागरी आरोग्य केन्द्रों पर नेत्रहीनों के उनकी ब्रेल लिपि और मराठी भाषा में नेम प्लेट लगाने के लिए 2 लाख 4 हजार 620 रूपये की निविदा निकाली गई थी। जिसका ठेका कांदिवली मुंबई के सूर्या रिटेल्स नामक कंपनी ने लिया था। पालिका अधिकारियों ने ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए 25 रूपये प्रति चौ.इच के हिसाब से 8×8 इंच के कुल 142 नेम प्लेट लगवाया है हालांकि अभी भी अधिकांश विभाग इस नेम प्लेट से वंचित है। ताजुब की बात यह है कि पालिका मुख्यालय में दररोज कितने नेत्रहीन आते है‌ इसका लेखा जोखा किसी विभाग के पास नहीं है। दक्ष नागरिकों की माने तो ऐसे नेम प्लेट मार्केट में 400 सौ से लेकर 500 रूपये मिल जाते हैं। परन्तु समाज कल्याण विभाग ने प्रति नेम प्लेट लगवाने में1408 रूपये खर्च किया है। पालिका आयुक्त से इसके बारे में जांच करवाने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग दक्ष नागरिकों ने की है।

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