मुख्यमंत्री के द्वारा ही लोकतंत्र कि उड़ाई गई धज्जियां, लोकतंत्र के सहभागी सदस्यों सहित लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से भी नही हुए मुखातिब

तथाकथित दलितों के शुभ चिंतक को जिला प्रशासन ने नहीं दिखाई दलितों की स्थिति

शहंशाह की खिदमत में जिला प्रशासन ने झोपड़पट्टियों पर पर्दा कर छुपाई कमियां 

समस्याओं के समाधान हेतु स्थल पर पहुंचे लोग हुए मायूस, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी रखा गया कोसों दूर

कैमूर जिला सूचना व जनसंपर्क विभाग बना  कठपुतली

जिला संवाददाता संदीप कुमार के साथ स्थानीय संवाददाता व विश्वसनीय सूत्र 

कैमूर- जिला के भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत मां मुंडेश्वरी धाम इको पार्क व नुआंव प्रखंड अंतर्गत तियरा पंप कैनाल उद्धघाटन के लिए मुख्यमंत्री नितीश कुमार के आगमन के बीच, लोकतंत्र की धज्जियां उड़ानें से सदस्य हुए मायूस तो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ भी हुआ मौन।जी हां यह सत्य है की मुख्यमंत्री के कैमूर आगमन की बातों से प्रसन्न लोकतंत्र के सदस्य मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की रूपरेखा जिसमें समस्याओं का ना सुनना, औपचारिक भेंट सहित लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से भी मुखातिब न होने पर मायूस हो गए। आपको बताते चलें, कि बीते बुधवार को कैमूर जिला में मुख्यमंत्री के आगमन की बातों को सुनकर लोगों में खुशियां थी। लोग  भ्रष्टाचार, नियमों की अनदेखी संबंधित कार्यों की पालन में अनियमितता संबंधित शिकायतें मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए तैयार थे,पर उनके लिए समय नहीं दिया गया, अंततः लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के माध्यम से आस जगा, पर जिला प्रशासन द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से भी रूबरू नहीं कराया गया।  लोगों ने कहा मुख्यमंत्री जी जिसने आपको इस स्तर पहुंचाया है, उससे भी मिलने, समस्याओं को सुनने का आपको समय नहीं  तो यहां आने की जरूरत क्या थी?जिसका उद्घाटन आप यहां करने आए थे ना, वह यहां की जनता की गाढ़ी कमाई का रकम है,ना की आप अपने पूर्वजों की पूंजी बेचकर इसे तैयार किए हैं। और इस कार्य योजना का भी निष्पक्ष जांच किया जाय तो 100 प्रतिशत दावा है की इसमें भी लूट खसोट का अंश बरकरार है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं का आरोप हेलीपैड एवं कार्यक्रम स्थल तक जाने की पास निर्गत होने के बावजूद भी धक्के मार रखा गया कोसों दूर स्थानीय कार्यकर्ताओं में रोष उन्होंने कहा जिला पदाधिकारी का साजिश है जो अपनी कमजोरियां छुपाने के लिए संपर्क से दूर रखें।


शाहंशाह की खिदमत में जिला प्रशासन ने ढका गरीबों की झोपड़पट्टी


हद तो तब हुई जब वह तियरा कैनाल पंप उद्घाटन के लिए पहुंचे, मुख्यमंत्री के आगमन के कई तिथियां (12 सितंबर के साथ ही 16, आगमन 18 सितंबर) के पूर्व से जिला पदाधिकारी व जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा अन्य अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया जा चुका है, जिसपर पर जिला पदाधिकारी द्वारा शहंशाह की खिदमत में निरीक्षण के बावजूद भी जैसे किसी समय में ब्रिटेन और अमेरिका के विशेष लोगों के आने पर उनके आगमन स्थल तक पहुंचने वाले मंदिरों और झोपड़़ पट्टों पर पर्दा किया जाता था, करवा दिया गया।

आगमन के पूर्व चर्चाओं के क्रम में 

लोकतंत्र के चौथे स्तंभ द्वारा जानकारियां लेने का कोशिश किया गया तो जिला पदाधिकारी सावन कुमार के द्वारा कहा गया, कि मुख्यमंत्री जी का कार्यक्रम जनता व मीडिया से मुखातिब होने का नही है। वहां जो कुछ होगा उसका फोटो वीडियो व प्रेस विज्ञप्ति भेज दिया जाएगा। वही संदर्भ में जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी के द्वारा भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन ना कर जिला पदाधिकारी के द्वारा कही गई बातों को दोहराया गया।

क्या मीडिया आपके हाथ का लट्टू है जिसे जब इच्छा जैसे विचार हो आप नचा दें?

    कहना चाहूंगा कि मीडिया देश का आईना है

एक दर्पण को एक कमजोर वस्तु से मार कर भी चकनाचूर किया जा सकता है। पर शाहंशाह के भी माथे पर  काला टीका होगा तो दिखाने में नहीं चुकेगा। आप लोकतंत्र के चौथा स्तंभ है कोई भी हो उसके सर पर कलंक का काला टीका है तो उसे प्रकाशित करें, अन्यथा इस तंत्र को छोड़ दें।

प्रशासन द्वारा सुरक्षा के दृष्टिकोण दिखा, बुराइयों पर पर्दा डालने की कोशिश किया जाए तो यह गलत है। क्योंकि इतने प्रशासनिक बल होने के बावजूद यदि प्रदेश के मुखिया को डर लगता है तो सुरक्षा की घेरे से दूर क्षेत्रवासीयों की क्या स्थिति होगी।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट