बड़े ही श्रद्धा भक्ति से नवरात्रि व्रत समापन के उपरांत मनाया गया विजयादशमी दशहरा

भक्तों की लगी कतार, शासन प्रशासन रहा मुस्तैद कुछ जगहों में रविवार को हुआ प्रतिमा विसर्जन तो कुछ जगहों में सोमवार को

 प्रतिमा विसर्जन जुलूस में सम्मिलित किए गए डीजे को प्रशासन ने किया जप्त संदेहास्पद धर्म विशेष के विरुद्ध वायरल वीडियो का किया जा रहा जांच 

"दुर्गावती में अधर्मी व्यवसायियों को भक्तों ने दिखाई औकात हुए मायूस"

कैमूर- जिला में बड़े ही श्रद्धा भक्ति से नवरात्रि व्रत समापन के उपरांत मनाया गया विजयादशमी दशहरा, मातेश्वरी कि श्रद्धा भक्ति में लगे भक्त हुए भाव विभोर लगी कतार। आपको बताते चले की सनातन धर्म ग्रंथो के धार्मिक मान्यता के अनुसार अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है, क्योंकि इसी महीने में देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। मान्यता है कि आश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से देवी दुर्गा ने महिषासुर पर आक्रमण कर उससे नौ दिनों तक युद्ध कर,महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था, इसके साथ ही ऐसी भी मान्यता है की आश्विन माह के शुक्ल पक्ष के प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि को यज्ञानुष्ठान व्रत ओर पुजा के बाद दशमी तिथि को भगवान श्री राम ने लंकापति रावण का वध किया था। इसलिए हर साल इस दिन को विजयादशमी के रूप में भी मनाया जाता है, जिसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रोंक्त माना शारदीय नवरात्र विजयादशमी अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक माना जाता है। जिस अवसर पर गांव शहर नगर मुहल्ले से दर्शनार्थीयों की लंबी-लंबी कतारे आस्था के सैलाब के रूप में उमड़ते देखा गया। हाथों में प्रसाद लिए चुनरी और फूल मालाओं के साथ नर नारी अपने नंबर का इंतजार कर दर्शन करते हुए पाए गए।यदि इस वर्ष की बात करें तो नवरात्रि का आरंभ आश्विन शुक्ल पक्ष तिथि प्रतिपदा 3 अक्टूबर को हुआ था वही विजयादशमी 12 अक्टुबर को मनाया गया। जिसमें मां दुर्गा की दर्शन हेतु भक्तों का कतार लग गया। जगह जगह शासनिक प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैद दिखे परिणाम स्वरूप जिला में प्रतिमा विसर्जन जुलूस भी शान्ति पूर्वक संपन्न हुआ। यदि शास्त्रोक्त देखा जाए तो रविवार के दिन प्रतिमा विसर्जन नहीं होता है फिर भी नगर पंचायत कुदरा में कुल पांच जगहों में प्रतिमा स्थापित किया गया था जो की रविवार को नगर परिभ्रमण के पास विसर्जित किया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार अंचल पदाधिकारी अंकिता कुमारी नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी सहित अन्य शासनिक अधिकारीयों द्वारा जगह-जगह पल-पल नजर रखा गया साथ ही ड्रोन कैमरे से भी नजर रखा गया। तो थाना अध्यक्ष विकास कुमार दलबल के साथ दिखे मुस्तैद, तो स्थानीय जनप्रतिनिधि नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार पाल, नगर पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार सिंह, जिला पार्षद प्रतिनिधि गजेंद्र कुमार गुप्ता के साथ ही नगर पंचायत के सभी वार्डों के वार्ड सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता सहयोग में तत्पर दिखे। वहीं प्रतिमा विसर्जन के समय नगर पंचायत कुदरा पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप कुमार द्वारा शासनिक प्रशासनिक व्यवस्था का निरीक्षण किया गया।

नगर पंचायत कुदरा रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति की ओर से नियमों की अनदेखी कर प्रतिमा विसर्जन जुलूस में शामिल डीजे को जप्त किया गया।  कुदरा बाजार में प्रतिमा विसर्जन परिभ्रमण के समय का धर्म विशेष के विरुद्ध आपत्तिजनक संदेहास्पद वायरल विडियो का प्रशासन द्वारा गहनता से जांच किया जा रहा है 

वही दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र की बात किया जाए तो थानाध्यक्ष गिरीश कुमार दलबल के साथ मुस्तैद दिखें पर कुछ अधर्मियों द्वारा पूजा पंडालों के आसपास अंडे बिक्री किया जा रहा था जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। पर उन अधर्मियों कि औकात खुद ही भक्तों ने दिखाया नही हुआ बिक्री अंततः हुए मायूस।

रिपोर्टर

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