बच्चे को भूख से तड़पते देख फेकी नहर में फिर कूदी


रोहतास।बच्चे को भूख से तड़पते नहीं देख पाई मां अपने बच्चे को नहर में फेंककर खुद भी कूदी, पति खुद का पेट पाल लेता था, पत्नी व दो बच्चों को उनके हाल पर छोड़ रखा।बच्चों को भूख से तड़पते नहीं देखा गया तो मां ने 2 साल के बच्चे को नहर में फेंका और फिर खुद भी कूद गई। गनीमत थी कि लोगों ने देख लिया और दोनों को बचा लिया गया। घटना सोमवार दोपहर की है। करगहर थाने के सामने स्थित पुल से 15 फीट गहरे पानी में महिला ने मासूम को फेंक दिया। खुद भी आत्महत्या करने के लिए कूद गई। महिला राजकुमारी देवी सेमरी गांव के वार्ड नंबर 5 निवासी अजय राम की पत्नी है।


मौके पर लोग मौजूद बच्चों को फेंकने की बातें समझ पाते तब तक वह भी नहर में कूद पड़ी। थाना पुल के समीप स्थित एक लॉन्ड्री संचालक मोहन बैठा दोनों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर पानी की तेज धार में छलांग लगा दी। लगभग 100 मीटर दूर जाकर उसने बच्चे को डूबने से बचा लिया। फिर उसकी मां को भी। पानी से निकलने के बाद बच्चा मूर्छित अवस्था में था। बड़ा बेटा घर पर नहीं था, इसलिए उसे नहीं ले गई।

जब वह सोमवार को आत्महत्या करने के लिए निकली तो उसका बड़ा बेटा 6 वर्षीय प्रियांशु कुमार घर में नहीं था। जिसके कारण वह छोटे बच्चे अमन के साथ घर से निकल गई। पहले उसने थाना के सामने नहर पुल से तेज धार में बहते हुए पानी में अपने मासूम बच्चे को फेंका तथा खुद भी कूद गई। राजकुमारी के पड़ोसी सुनीता देवी सहित कई महिलाओं ने बताया कि इसका पति अजय राम परिवार की देखरेख अच्छे से नहीं करता है।वह अपना पेट घूम घूम कर पाल लेता है और अपनी पत्नी और बच्चे को अपने हाल पर छोड़ देता है। कभी कभी यह अपने बच्चों के साथ दो से चार दिनों तक भी भूखी रह जाती है। बच्चों के तकलीफ इसे बर्दाश्त नहीं हुआ तो मासूम को नहर में फेंक कर खुद भी कूद गई। डूबने के कारण दोनों के पेट में काफी पानी चला गया था। दोनों को स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने इलाज कर घर भेज दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया नहर में अपने बच्चे को फेकने से पहले वह बैठकर काफी रोई थी। 20 वर्षीय राजकुमारी अपने दो छोटे बच्चों के साथ दो दिनों से भूखी थी। पहले दिन तो जैसे-तैसे उसने काट लिया लेकिन जब सोमवार को भूख से बिलख बिलख कर उसके दोनों बच्चे रोने लगे तो उसका धैर्य जवाब दे दिया। किसी से कोई मदद नहीं मांगी। अपने बच्चों के साथ अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ठान ली। बीडीओ अजीत कुमार ने बताया कि किस परिस्थिति में महिला को अपने बच्चों के साथ आत्महत्या करने की नौबत आ गई इसकी जांच की जाएगी। साथ वह सरकारी आवास तथा राशन कार्ड से कैसे वंचित रह गई। इसकी भी जांच कर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। तत्काल महिला को पचास किलो चावल दी गई है।

रिपोर्टर

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