
स्तन कैंसर कोई संक्रामक बीमारी नहीं है
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Oct 22, 2024
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रामगढ़, कैमूर । आईएमए बिहार द्वारा गोद लिए गांव कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड स्थित सिसौडा गांव के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्तन कैंसर जागरुकता कार्यक्रम सह निशुल्क स्तन कैंसर स्क्रीनिंग आयोजित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कैमूर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के चौधरी ने किया। जागरुकता कार्यक्रम में आईएमए बिहार के प्रदेश सचिव डॉ संतोष कुमार सिंह, होमी भाभा कैंसर रिसर्च सेंटर की डॉ अंकिता एवं आईएमए कैमूर के अध्यक्ष डॉ डी के सिंह मंटू व सिसौडा पंचायत मुखिया प्रदीप कुमार ने संबोधित किया । डॉ अंकिता कुमारी एवं उनकी टीम ने 21 महिलाओं की जाँच किया जिसमें 2 मरीज़ को चिन्हित किया गया ।
स्तन कैंसर कोई संक्रामक बीमारी नहीं है, लेकिन इससे प्रभावित लोगों की संख्या देखकर यह कहा जा सकता है कि इस मुद्दे पर जागरूकता की कितनी कमी है। यह जरूरी है लोगों तक स्तन कैंसर से जुड़ी सही जानकारी पहुंचे इसलिए अक्तूबर महीने को पूरे विश्व मे ' विश्व स्तन कैंसर जागरूकता ' माह के रूप मे मनाते है। भारत मे प्रतिवर्ष स्तन कैंसर से लगभग एक लाख महिलाओं की असामयिक मृत्यु होती है जिसे जागरूकता के माध्यम से कम किया जा सकता है। अगर किसी महिला के स्तन या कांख मे गाँठ हो, स्तन के आकार मे बदलाव , स्तन के ऊपर लालिमा हो, स्तन की त्वचा पर कड़ापन हो, स्तन से मवाद या खून का आना इत्यादि लक्षण दिखे तो तुरंत योग्य चिकित्सक से संपर्क करें।
डॉक्टर की सलाह पर मैमोग्राम स्क्रीनिंग करानी चाहिए। अगर रिस्क अधिक हो तो एमआरआई, बायोप्सी इत्यादी करानी चाहिए। कुछ लोगों को प्रारंभिक लक्षण नहीं दिखता इसलिए 40 साल के ऊपर की महिलाओ को साल मे एक बार मैमोग्राम स्क्रीनिंग अवश्य करानी चाहिए। आमतौर पर स्तन कैंसर होने के निम्न कारण हैं , वजन का बढना, फिजिकल एक्टिविटी नही करना , जेनेटिक बीमारी होना , हार्मोन मे बदलाव, बच्चे पैदा नही करना या देर से पैदा करना, बच्चे को दूध नही पिलाना इत्यादि । ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढता शारीरिक रोग है लेकिन इसको सावधानी एवं उचित परामर्श से टाला जा सकता है । अगर प्रारंभिक स्टेज मे इसको पहचान कर इलाज शुरू होने पर स्तन कैंसर को ठीक किया जा सकता है । ग्रामीण स्तर महिलाओ को स्तन कैंसर के प्रति जागरुक करना अति आवश्यक है। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य में डॉ रविशंकर, सर्वेश कुमार , मनीष सिन्हा, गुलशन परवीन, चिंता, आंचल, सरोज, मीना, धर्मशीला इत्यादि मौजूद थे
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