भिवंडी के तीनों विधानसभा सीटों पर 71 नामांकन, बगावत के सुर तेज

भिवंडी। भिवंडी विधानसभा चुनाव के लिए तीनों सीटों—भिवंडी पूर्व, भिवंडी पश्चिम और भिवंडी ग्रामीण—पर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और इस बार मुकाबला कड़ा होता नजर आ रहा है। मंगलवार को नामांकन के आखिरी दिन 71 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया। जिनमें से भिवंडी पूर्व से 23, भिवंडी पश्चिम से 33, और भिवंडी ग्रामीण से 15 उम्मीदवार शामिल हैं।

भिवंडी पूर्व: त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना :::

137 भिवंडी पूर्व सीट पर इस बार एक त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना है। महायुति से शिवसेना (शिंदे गुट) के संतोष शेट्टी, समाजवादी पार्टी के रईस कासम शेख, और शिवसेना (उबाटा) के पूर्व विधायक रूपेश दादा म्हात्रे मुख्य उम्मीदवार हैं। पिछले चुनाव में रईस शेख ने मामूली अंतर से रूपेश म्हात्रे को हराया था, इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प होने की उम्मीद है। कुल 23 नामांकन में 16 उम्मीदवार हिन्दू और 7 मुस्लिम समुदाय से हैं।

भिवंडी पश्चिम: AIMIM में फूट के आसार :::

भिवंडी पश्चिम (136) सीट पर महायुति से भाजपा के महेश चौघुले तीसरी बार जीत हासिल करने का लक्ष्य लेकर उतरे हैं। उनके सामने महाविकास आघाड़ी के दयानंद चोरघे, पूर्व महापौर और निर्दलीय उम्मीदवार विलास आर. पाटिल, सपा के रियाज आजमी और AIMIM के वारिस पठान हैं। इस सीट पर AIMIM के खालिद गुड्डू ने भी निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया, जिससे पार्टी में फूट के संकेत मिले हैं। पुलिस सुरक्षा के बीच गुड्डू ने भिवंडी कामतघर स्थित चुनाव अधिकारी कार्यालय में अपना नामांकन भरा है।

भिवंडी ग्रामीण: महायुति में बगावत के सुर‌:::

134 भिवंडी ग्रामीण में शिवसेना (शिंदे गुट) से शांताराम मोरे उम्मीदवार हैं, जिनके सामने भाजपा की स्नेहा पाटिल ने निर्दलीय पर्चा दाखिल कर महायुति में बगावत का संकेत दिया है। शिवसेना (उबाटा) से महादेव घाटाल भी मैदान में हैं, जिससे यहां भी त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। कुल 15 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है।

इस प्रकार भिवंडी के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बगावत और त्रिकोणीय मुकाबलों की स्थिति ने इस चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है।

रिपोर्टर

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