
भिवंडी में बांग्लादेशी रोहिंग्या के 1000 आवेदन दाखिल -किरीट सोमैया
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jan 23, 2025
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भिवंडी। भिवंडी तहसीलदार कार्यालय में लगभग 1000 बांग्लादेशी रोहिंग्या नागरिकों द्वारा जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन किए जाने का चौंकाने वाला खुलासा भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने किया है। सोमैया ने यह भी आरोप लगाया है कि तालुका के महापोली, खोणी, खाडीपार और बोरिवली पडघा ग्राम पंचायत कार्यालयों से भी कई रोहिंग्या नागरिकों को प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं।
राज्य में स्थानीय तहसीलदार कार्यालयों से बांग्लादेशी रोहिंग्या नागरिकों द्वारा बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाणपत्र प्राप्त करने की घटनाएं सामने आई हैं। इसी पृष्ठभूमि में किरीट सोमैया ने भिवंडी तहसीलदार कार्यालय का दौरा कर तहसीलदार अभिजीत खोले से मुलाकात की और वहां दाखिल किए गए आवेदनों की जांच-पड़ताल की। इस दौरान उनके साथ विधायक महेश चौघुले और भाजपा शहर अध्यक्ष एडवोकेट हर्षल पाटिल भी मौजूद थे। सोमैया ने सवाल उठाया कि 50-60 साल पुराने यह लोग अब तक कहां थे और अचानक इतनी बड़ी संख्या में आवेदन कैसे आ गए? उन्होंने दावा किया कि राज्यभर में लगभग दो लाख लोगों ने इस तरह से फर्जी प्रमाणपत्र हासिल किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले की जांच विशेष एजेंसियां कर रही हैं और इसमें शामिल सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सोमैया ने यह भी कहा कि महापोली, खोणी खाडीपार और बोरिवली पडघा के ग्राम पंचायत कार्यालयों से सैकड़ों बांग्लादेशी रोहिंग्या को फर्जी प्रमाणपत्र जारी किए जाने की सूचना मिली है। उन्होंने इन स्थानों पर जल्द ही दौरा करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग करने की बात कही। इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। सोमैया ने इस तरह के मामलों को गंभीर साजिश करार देते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
भिवंडी तहसीलदार कार्यालय में अब तक 800 आवेदन दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 416 आवेदन खारिज किए जा चुके हैं, 150 प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं और 234 आवेदन अभी लंबित हैं। तहसीलदार अभिजीत खोले ने इस बात की पुष्टि की है।
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