रोहतास के स्पैरो मैन के घर फुदकती है दस हजार से अधिक गौरैया


रोहतास। कभी आंगन में नई नवेली दुल्हन की तरह अठखेलियां करती गौरैया की चहक हर घर में पायी जाती थी। मगर आधुनिक युग 5 जी नेटवर्क के चलते गौरैया मानों विलुप्त हो गई है। अब कही भी गौरैया चिड़ियों की चहचहाहट नहीं सुनाई दे रहा है। कौतूहल करती गौरैया से पूरा घर कभी मानो शहनाई से कम नहीं लगता था। एक वक्त था जब दाना डालकर लोग गौरैया चिड़िया को घर आने का लोग मानों न्योता देते थे परंतु टावर, इलेक्ट्रॉनिक व अन्य उपकरणों के रेडियेशन के चलते इसकी संख्या मानों शून्य सी हो गई है। ऐसे में करगहर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर पंचायत के मेड़रीपुर गांव में आज भी दस हजार से अधिक गौरैया एक सुर में मन को रोमांचित करती है। " स्पैरो मैन " के खिताब से नवाजे जाने वाले अर्जुन सिंह को पक्षी प्रेमी का दर्जा दिया गया है। जिन्हें गौरैया का संरक्षण करते देख बिहार वन्य प्राणी परिषद् का सदस्य बनाया गया है। वहीं अधिकारी व वन्य संरक्षण विभाग के पदाधिकारी इनके संरक्षण को देखने आते रहते हैं। 


गौरैया प्रेमी अर्जुन सिंह की एक कहानी - 


करगहर विधानसभा अंतर्गत करगहर प्रखंड के मेड़रीपुर गांव के किसान अर्जुन सिंह के पत्नी का निधन के बाद वह गांव में रहने लगे । पत्नी के निधन के बाद वह अकेले घरों में रहा करते थे। एक दिन एक गौरैया पक्षी घायल अवस्था में उनके घर में पड़ी मिली। जिन्हें अर्जुन सिंह ने उसका उपचार कर एक दिवाल के होल में दाना पानी देकर रख दिया। उन्हें बड़ा दुःख हुआ कि गौरैया पक्षी का संरक्षण करने वाला कोई नहीं है। लिहाजा वो गौरैया संरक्षण के प्रति जागरूकता के साथ लग गये। 

 कुछ दिन बाद उनके घर दर्जनों गौरैया का आना जाना शुरू हो गया। अर्जुन सिंह उन सभी गौरैया पक्षी को दाना देते। देखते- देखते उनके घरों में सैकड़ों की संख्या में गौरैया चहकने फुदकने लगी। पुनः कुछ दिन बाद गौरैया पक्षी के अंडे को सांप व अन्य पक्षी समाप्त करने लगे। तब जाकर अर्जुन सिंह ने एक तरकीब सोची। उन्होंने पक्के के मकान में छोटे छोटे छेद बनवा कर उन्हें इस तरह रहने का आश्रय दिया जिससे गौरैया पक्षी को छोड़कर अन्य कीड़े मकोड़े व बड़े पक्षी न जा सके। नियमित रूप से गौरैया को दाना पानी देकर समय व्यतीत करने लगे। जिससे उनका मन भी पूरी तरह पक्षी प्रेम में साराबोर हो गया। आज उनके आंगन में दस हजार से अधिक गौरैया कोलाहल करती रहती है। 



स्पैरो मैन के खिताब से रोहतास को किया गौरवान्वित -


फिलहाल अर्जुन सिंह को बिहार वन्य प्राणी परिषद् का सदस्य बनाया गया है। जहां गौरैया संरक्षण रोहतास के ब्रांड एंबेसडर के खिताब से कई बार नवाजा जा चुका है। जाहिर है कि लगभग 20 वर्षों से गौरैया संरक्षण कर रोहतास ही नहीं पूरे बिहार में अर्जुन सिंह ने नाम रौशन किया है। 


क्या कहते हैं स्पैरो मैन अर्जुन सिंह -


मैंने लगभग 20 वर्षों से गौरैया संरक्षण करने का काम किया है। पक्के मकान में गौरैया पक्षी के साइज अनुसार छेद कर उन्हें संरक्षित करने का प्रयास किया। मुझे बहुत अच्छा लगता है जब गौरैया मेरे घरों के दरखतों में अजीब सी चहचहाहट बिखेरती है तो मन को अजीब सा सुकून मिलता है। मैं आजीवन पक्षियों से अगाढ़ प्रेम करता रहूंगा। ये मेरे जेहन का सबसे मूल कर्तव्य है कि मैं विलुप्त होती गौरैया का संरक्षण करूं ।

रिपोर्टर

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