टीएलआर ऑफिस से मुख्य लैपटॉप चोरी। विभाग में हड़कंप CCTV कैमरे बंद, साजिश की आशंका

भिवंडी।  भिवंडी एसटी स्टैंड के पास स्थित भूमि अभिलेख कार्यालय (टीएलआर ऑफिस) में बीते सोमवार, 7 अप्रैल की सुबह एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई, जिसने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया। अज्ञात चोरों ने कार्यालय में सेंध लगाकर विभाग का मुख्य लैपटॉप चोरी कर लिया, जिसमें नायगांव क्षेत्र से जुड़े अहम भूमि रिकॉर्ड मौजूद थे।चोरी का खुलासा उस वक्त हुआ जब सुबह कार्यालय खुलने पर कर्मचारियों ने देखा कि लैपटॉप गायब है और कई फाइलें बिखरी पड़ी हैं। विभाग के उप अधीक्षक सचिन हमजादे ने तुरंत निजामपुरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि कार्यालय के अंदर और बाहर लगे CCTV कैमरे घटना के वक्त बंद थे, जिससे मामले की गंभीरता और साजिश की आशंका और गहरी हो गई है।

सूत्रों के अनुसार, चोरी हुआ लैपटॉप किसी प्रभावशाली बिल्डर के लिए फर्जी टीएलआर तैयार करने के साक्ष्य से जुड़ा हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि सबूत मिटाने के लिए इस चोरी को अंजाम दिया गया है। शहर के जागरूक नागरिकों का आरोप है कि यह पूरी साजिश अधिकारियों और कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से रची गई है ताकि बिल्डरों को लाभ पहुंचाया जा सके।

     सबसे हैरानी की बात यह है कि जहां यह कार्यालय स्थित है, वहीं कुछ ही दूरी पर डीसीपी, एसीपी और क्राइम ब्रांच यूनिट-2 के दफ्तर भी मौजूद हैं। ऐसे में इतनी बड़ी चोरी कैसे हो गई, यह एक बड़ा सवाल है.स्थानीय निवासियों ने दावा किया है कि भूमि अभिलेख कार्यालय में लंबे समय से रात के वक्त संदिग्ध गतिविधियां होती रही हैं। उनके अनुसार, दस्तावेजों में हेराफेरी कर बिल्डरों और इंजीनियरों को फायदा पहुंचाया जाता है। अब पुलिस सभी एंगल से जांच में जुट गई है। चोरी में किसी बाहरी व्यक्ति का हाथ है या यह अंदरूनी साजिश का नतीजा है, यह जानना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।

रिपोर्टर

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