दिव्यांग भी आत्मनिर्भर बना समाज अहम हिस्सा

वाराणसी ।। हरहुआ विकास खण्ड के आयर गांव में आज दिव्यांगता अभिशाप नही बल्कि कभी यह वरदान साबित हुई है। अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए दिव्यांगजनों ने चुनौतियों को स्वीकारते हुए मुश्किल कार्य को आसान कर साकार किया है।आज दिव्यांगों को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने की दिशा में हुनर (कौशल) देकर अवसर मुहैया कराना समय की जरूरत है। उक्त बातें हरहुआ ब्लाक स्थित जन विकास समिति में छः माह के "फ़ूड एण्ड वेवरेज" कौशल विकास प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर दिव्यांग कल्याण अधिकारी राजेश मिश्र ने अपने सम्बोधन में कही। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रिय दिव्यांग सलाहकार उत्तम ओझा ने कहा कि दिव्यांगों को समय पर समानता का अवसर मिले तो समाज को नई राह दिखा सकते हैं।

जन विकास समिति के निदेशक फादर चन्द्रन रेमण्डस् ने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप न होकर इनके जीवन की परीक्षा है जिसमे दिव्यांगजन अपने हुनर के जरिये आत्मनिर्भर बनकर समाज को प्रेरणा प्रदान करेंगे। इस कौशल विकास प्रशिक्षण में उत्तर प्रदेश के कई जिलों से 50 दिव्यांगों को आवासीय रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा।जिसमे तीन माह का थ्योरी व् तीन माह का प्रेक्टिकल जानकारी दी जायेगी। दिव्यांग सेवक विनोद कुमार ने दिव्यांगों की हर जरूरतों के साथ सेवा की और अतिथियों का उनसे स्वागत कराया।

उद्घाटन अवसर पर प्रमुख रूप से मनीष सिंह ,रविन्द्र श्रीवास्तव ,विन्सेंट ,रवि यादव ,जड़ावती ,हेमलता पटेल , अभिषेक मिश्रा व आशीष शामिल रहे। सञ्चालन रविन्द्र श्रीवास्तव व रवि यादव ने किया।


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