पड़ोसियों से जुड़ी सौरभ हत्याकांड

जौनपुर ।। लाइन बाजार थानांतर्गत रामदयालंज पुल के पास सौरभ सिंह पर हुई ताबड़तोड़ फायरिग की जड़ें उसके गांव रामपुर थाना क्षेत्र के जमालापुर पट्टी से जुड़ी मिल रही हैं। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला कि इस गांव में हुई दो-दो हत्याएं ही इस हमले की प्रमुख वजह है। एक के बाद एक हत्याओं का बदला लेने के लिए सौरभ को सात गोलियां मारी गईं। हमलावर उसे किसी कीमत पर मौत के घाट उतारना चाह रहे थे। सात गोली मारने के बाद जब यकीन हो गया कि उसकी मौत हो चुकी है तो वहां से हटे। परिजन का आरोप है कि सौरभ को पिस्टल से सटा कर गोली मारी गई है, वहीं सरकारी गन से फायरिग की बात भी सामने आ रही है। पुलिस ने दो साल पहले हुई हत्याओं की परतें खोलीं तो इससे जुड़े लोगों पर भी हमले में शक की सुई जा टिकी।जमालापुर पट्टी गांव में दो साल पहले जो कुछ हुआ उसके बाद दो पट्टीदारों की बीच की खाई गहरी होती चली गई। सौरभ के चचेरे भाई शिवम का पट्टीदारों से अकसर विवाद हुआ करता था। इसके बाद एक अगस्त 2017 को उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई। इसका आरोप पट्टीदारों पर ही लगा। हत्या के बाद दोनों परिवारों में तलवारें खिच गईं। शिवम के हत्यारों से बदला लेने के लिए ब्लू प्रिट तैयार किया जाने लगा। इसमें सौरभ अहम भूमिका निभा रहा था। एक-एक कर शातिर लोगों की गोल तैयार की जाने लगी। एक विधायक के रिश्तेदार की शह मिलने पर ठीक दो महीने बाद एक दिसंबर को सौरभ के पट्टीदार जटाशंकर की हत्या कर दी गई। घर से थोड़ी ही दूर पर उन्हें तीन गोली मारी गई थी। इसमें सौरभ सिंह समेत कुछ लोगों को आरोपी बनाया गया। दोनों तरफ से एक-एक हत्या हो जाने के बाद तनाव बढ़ता चला जा रहा था। एक-दूसरे के खून के प्यास दोनों पक्षों का जब भी सामना हो जाता तो देख लेने की धमकी दी जाती थी। सौरभ पर हमले के डर से परिजन ने उसे घर से दूर कर दिया। वह कभी-कभी मां से मिलने घर आया करता था। घटना वाली रात भी सौरभ मां से मिलने घर आया था। यहां से वापस जाते समय रामदयालगंज में दूसरी स्कार्पियो ने उसे ओवरटेक कर रोक लिया। उसे वाहन से उतार कर बुरी तरह पीटा गया। फिर एक बाद एक सात गोलियां उसके जिस्म में उतार दी गईं। हमलावरों ने वहां से हटने से पहले तसल्ली कर ली कि सौरभ की मौत हो चुकी है। हालांकि सौरभ को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां से रेफर करने के बाद वाराणसी में उसका इलाज चल रहा है। 

     सौरभ सिंह को गोली मारे जाने के बाद से गांव में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस बल लगातार यहां छावनी बनाए हुए है। परिजन से हर बिदु पर बात चल रही है। कुछ पट्टीदारों से भी मामले की जानकारी जुटाई जा रही है। यहां आने-जाने वालों पर भी टीम नजर रखे हुए है। ग्रामीण भी एक-दूसरे से सहमे हुए इस गोली कांड के बाद परिजन और ग्रामीण एक दूसरे को शक की नजर से देख रहे हैं। कौन किसका करीबी और खास है इस पर दिन भर चर्चा होती रहती है। इस पर भी संदेह रहता है कि कहीं कोई किसी पक्ष का मुखबिर न निकले इसलिए भी सहमे हुए हैं।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट