जातिगत समीकरण के कारण हारे अन्ना

अल्पसंख्यक मतदाताओं ने पूर्व आर एस एस पदाधिकारी को नकारा ?

भिवंडी ।। भिवंडी पूर्व १३७ विधानसभा चुनाव में जीत के प्रबल दावेदार शिवसेना पार्टी के उम्मीदवार व वर्तमान विधायक रुपेश म्हात्रे को माना जाता था.वही पर भाजपा पार्टी व शहर जिला अध्यक्ष पद छोड़ कर कांग्रेस के दामन थामकर चुनावी मैदान में उतरे संतोष शेट्टी शिवसेना विधायक रुपेश म्हात्रे के प्रबल प्रतिद्वंद्वी माने जाते थें.समाजवादी पार्टी अपने वजूद को बचाने के लिए भिवंडी में संघर्ष कर रही थी. पूरी तरह से समाप्त समाजवादी पार्टी ने मुंबई महानगर पालिका भायखला वार्ड के नगरसेवक राईस शेख को चुनाव के दस दिन पूर्व मैदान में उतारा. चुनावी जानकरों का मानना था कि भिवंडी पूर्व विधानसभा सीट पर शिवसेना विधायक रुपेश म्हात्रे व भाजपा पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए संतोष शेट्टी के बीच मुकाबला हैं वही पर समाजवादी पार्टी तीसरा नंबर पर रहने की कायस जानकरों ने लगाया था. किन्तु जातिगत समीकरण के कारण मुस्लिम मतदाताओं ने राईस शेख को मतदान कर विजय का ताज पहनाया ।

भाजपा पार्टी व भिवंडी शहर जिला अध्यक्ष पद छोड़ कर संतोष शेट्टी कांग्रेस पार्टी के चुनाव निशान पर चुनावी मैदान में उतरे थे. इसी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के २४ नगरसेवक भिवंडी मनपा चुनाव में जीत दर्ज की थी. जो मुस्लिम समुदाय से आते हैं. जिसके कारण कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार संतोष शेट्टी व शिवसेना पार्टी उम्मीदवार विधायक रुपेश म्हात्रे से बीच मुकाबला माना जाता था. किन्तु चुनाव प्रचार के दौरान सोशल मीडिया के वाट्शाप तथा फेसबुक पर राष्ट्रीय स्वयं सेवा संघ (आर एस एस) के ड्रेस कोड की फोटो तथा विडियो वायरल होने के कारण पूर्व भाजपाई व कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार संतोष शेट्टी को‌ अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं ने नकार दिया ।

गौरतलब हो कि पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी से उम्मीदवारी कर रहे संतोष शेट्टी ने शिवसेना पार्टी के उम्मीदवार व वर्तमान विधायक रुपेश म्हात्रे को कड़ी टक्कर दी थी. जिसके कारण शिवसेना विधायक रुपेश म्हात्रे हारते हारते बच गये थें. किन्तु लगातार १० वर्षों से विकास काम को देखते हुए इस बार फिर शिवसेना विधायक रुपेश म्हात्रे की जीत तय मानी जाती थी. पूर्व २०१४ में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना पार्टी के उम्मीदवार व वर्तमान विधायक रुपेश म्हात्रे को ३३५४१ , भाजपा पार्टी से उम्मीदवारी कर रहे संतोष शेट्टी ३०१४८ तथा समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार फरहान आजमी को १७५४१ व एम आईएम उम्मीदवार खान मोहम्मद अकरम १४५७७ व कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार फंजिल अंसारी को ११२५७ मत प्राप्त हुआ  वही पर २०१९ में हुए विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार राईस शेख को ४५५३७, शिवसेना पार्टी उम्मीदवार रुपेश म्हात्रे ४४२२३ , तथा काँग्रेस पार्टी के उम्मीदवार संतोष शेट्टी को ३२१९८ मत प्राप्त हुआ ।

सुत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार संतोष शेट्टी भिवंडी मनपा में २५ वर्षों से नगरसेवक पद पर रहते हुए मनपा प्रशासन के विभिन्न पदों पर रहे. इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी की सत्ता होने के बाद भी भिवंडी के नागरिक मूलभूत सुविधाएँ से वंचित हैं. शहर के रोड़ रास्ते , आरोग्य ,पानी , तथा अनाधिकृत बांधकाम से जनता परेशान हैं.इसके साथ ही मनपा प्रशासन में फैला भष्ट्राचार के कारण शहर का विकास कार्य ठप पड़ा हुआ हैं. जिसके कारण मतदाताओं में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ घोर आक्रोश व्याप्त था.मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी को नकारते हुए सपा उम्मीदवार राईस शेख को ताज पहनाया. वही पर कुछ सोशल मीडिया तथा गल्ली मोहल्ले में चर्चा का विषय बना हुआ कि शिवसेना पार्टी तथा कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार हिन्दू समुदाय होने के कारण अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने राईस शेख को विकल्प के रूप में चुना.इसके साथ राईस शेख के पक्ष में भारी मतदान किया. जिसके कारण हिन्दू क्षेत्र टेमघर, भादवड , कामतघर पदमानगर चंविद्रा आदि क्षेत्रों में हुए मतदान भी हिन्दू उम्मीदवारों के काम नहीं आ सका ।

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