
जीवनावश्यक सामग्री खरीददारी करने जा रहे व्यक्तियों पर पुलिस का कहर, पुलिस द्वारा चलाई गयी लाठियां
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Mar 23, 2020
- 600 views
कल्याण नाका , एस टी डिपो , धामणकर नाका, शिवाजी चौक, राजनोली नाका सील
भिवंडी ।। राज्य में कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव रोकने हेतु ठाणे पुलिस आयुक्त ने अपने क्षेत्र अंर्तगत आने वाले सभी शहरों में जमाव बंदी कायदा लागू कर रखा हैं.इसके साथ ही जीवनावश्यक सामग्री बेचने वाले खाद्य विक्रेताओं की दुकानें , दूध व सब्जी की दुकानें तथा आपातकालीन सुविधा उपलब्ध करवाने वाले हास्पिटल व मेडिकल स्टोर को खुला रखने लिए आदेश जारी किया हैं
भिवंडी शहर पावर लूम की नगरी हैं यहाँ पर उत्तर प्रदेश , बिहार , मध्य प्रदेश ,तमिल नाडु , तेलगांना आन्ध्रप्रदेश , उड़ीसा इत्यादि अन्य राज्यों से गरीब तबका आकर दिहाडी मजदूर या पावर लूम कारखानों में बुनकर के रूप में काम करता हैं.वही पर इनके दिहाडी मजदूरी से इनका पूरा परिवार का जीवन निर्वाह होता हैं. कुछ मजदूर अपने गांवों में परिवार छोड़ कर पावरलूम कारखानों में रहते हुए मजदूरी करते हैं. अकेले रह रहे मजदूर भिस्सी में खाना खाकर अपना जीवन यापन करता हैं. किन्तु विश्व सहित देश तथा राज्य में कोरोना वायरस का दुष्प्रभाव पड़ने से राज्य सरकार ने धारा 144 लगाकर कर जमाव बंदी कायदा लागू कर दिया हैं जिसके कारण भिस्सी चलाने वाले सरदार भी अपनी अपनी भिस्सी बंद कर रखा हैं. जिसके कारण बुनकरों सहित दिहाडी करने वाले मजदूरों के सामने एक बड़ी समस्या आकर खड़ी हो गयी हैं.
शहर में धारा 144 लागू होने के कारण भिवंडी पुलिस ने कल्याण नाका , एस टी डिपो , धामणकर नाका, शिवाजी चौक, राजनोली नाका सील कर दिया हैं.नागरिकों के आवागमन पर पुलिस लाठी चार्ज कर रही हैं. शहर के भिस्सी बंद होने के कारण खाने के तलाश में निकले इन मजदूरों पर भिवंडी पुलिस ने अपने बल का प्रयोग कर लाठी चार्ज किया. इस समस्या को देखते हुए अखिल भारतीय मानव अधिकार नागरिक विकल्प विभाग के पदाधिकारियो ने पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे से मुलाकात कर खाना खाने वाले होटल , भिस्सी नहीं बंद करने की विनती की हैं. इस समस्या को देखते हुए भिवंडी पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द ही उन भिस्सी वालों के साथ मीटिंग लेकर उन्हें पार्सल खाना उपलब्ध करने की कोशिश किया जायेगा.
कपड़ा उद्योग नगरी के नाम से पहचाना जाने वाला शहर भिवंडी के पावर लूम कारखानों में लगभग 2 लाख मजदूर प्रतिदिन इन्हीं भिस्सी में खाना खाते हैं.किन्तु भिस्सी मालिकों द्वारा भिस्सी बंद के कारण मजदूर उपवास रहने के लिए मजबूर हैं.एकत्रित रहने वाले मजदूरों के पास वर्तन भंडी नहीं होने के कारण पत्ते पर चावल दाल बनाकर खाने के लिए मजबूर हैं इसी भागमभाग में जीवनावश्यक वस्तुएँ खरीददारी करने निकले नागरिकों पर भिवंडी पुलिस द्वारा लाठी चार्ज कर वापस पुनः खाली हाथ भेज दिया गया.नागरिकों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जरुरी समान लेने के लिए कैसे निकला जाये. सड़कों पर निकालो तो पुलिस लाठी चार्ज कर मार रही हैं. इस प्रकार का प्रश्न नागरिकों द्वारा उठाया जा रहा है.
रिपोर्टर